नई दिल्लीः एक ट्रांसलेटर की लापरवाही ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारतीय पत्रकारों की किरकिरी करा दी। मामला नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस का है। जहां भारतीय दौरे पर आए दुबई के राजकुमार शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साझा प्रेस कांफ्रेंस करनी थी। मगर प्रेस कांफ्रेंस में जो हुआ, वह मोदी ने सोचा भी नहीं था। बाद में किसी तरह से मामला हैंडल हुआ।
ट्रांसलेटर पहुंचा ही नहीं, राजकुमार की बात पल्ले नहीं पड़ी
हैदराबाद हाउस में प्रेस कांफ्रेंस में सभी पत्रकार पहुंचे तो दुबई के राजकुमार और प्रधानमंत्री मोदी मंच पर आए। राजकुमार ने अरबी भाषा में बोलना शुरू किया तो भारतीय पत्रकारों को कुछ समझ में नहीं आया। ट्रांसलेटर को आना था मगर वह गायब रहा। यह देख मोदी भी असहज हो गए। क्योंकि अरबी भाषा तो मोदी को भी नहीं आती। उधर राजकुमार धाराप्रवाह अरबी में लेक्चर दे रहे थे इधर पत्रकार और प्रधानमंत्री दोनों हक्का-बक्का।
मिस मैनेजमेंट का शिकार हुआ प्रेस कांफ्रेंस
दरअसल प्रेस कांफ्रेंस के आयोजन में विदेश मंत्रालय की ओर से लापरवाही बरती गई। समय से किसी ट्रांसलेटर की मौजूदगी ही सुनिश्चित नहीं की गई। नहीं तो मोदी और भारतीय पत्रकारों की किरकिरी न होती।