नई दिल्ली : दो साल पहले यूपी के इलाहाबाद शहर से गायब हुए दो बच्चों को जीआरपी पुलिस ने खोज निकाला है. पुलिस के मुताबिक ये दोनों नाबालिग बच्चे अपने घर से भाग कर हैदराबाद चले गए थे. जहां एक सेठ ने इन बच्चों को बहला फुसलाकर अपने चूड़ी के कारखाने में काम पर लगा दिया था.
दो साल पहले घर से भागे थे बच्चे
यह जानकारी देते हुए इलाहाबाद के जीआरपी प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि स्टेशन परिसर पर (नाबालिग बच्चो की खोज) के तहत गुरुवार को जीआरपी टीम ने दो ऐसे बच्चों को खोज निकाला है, जो दो साल पहले घर से भाग कर हैदराबाद पहुंच गए थे और एक सेठ ने इन्हें बहला फुसलाकर अपने घर पर लगे कारखाने में चूड़ी बनाने का कार्य कराता था. बच्चों को खाने के अलावा सेठ कोई पैसा नहीं देता था. बच्चो को बंधक बनाकर काम करवाता था.
बच्चे सेठ का नाम नहीं जानते
पुलिस के मुताबिक ये बात बच्चों ने पूछताछ में बताई है. बच्चे सेठ का नाम नहीं बता पा रहे है. फिलहाल इस मामले में जांच शुरू की जा चुकी है. पुलिस द्वारा बरामद किये गए बच्चों में लालू मांझर पुत्र पीटर माझी निवासी बोधगया बिहार और चन्दन माझी पुत्र बिछर निवासी मिसीटी गया बिहार बताया जा रहा है.
परिजनों से संपर्क करने में जुटी पुलिस
इन बच्चों को थाने लाकर पुलिस अन्य जानकारी हासिल करने में जुट गयी है. इसके साथ ही बच्चों के परिजन से संपर्क करने की कोशिश जारी है. बहरहाल इन दोनों बच्चों को पुलिस ने 'साथी' संस्था को सौंप दिया है. यह संस्था बच्चों के लिए कार्य करती है. पुलिस इन बच्चों को उनके घर पहुंचाने के लिए उनके परिजन से संपर्क करने में जुटी है.