समय निकल जाता है और पीछे से सिर्फ पछतावा रह जाता है। जिंदगी हमें कई मौके देती है। कभी हम उसका फायदा उठा पाते हैं तो कभी चूक जाते हैं। ऐसी ही चूक हुई जीवन में जिसका मैं जिक्र कर रही हूॅं।
यह बात है उस समय की जब कोरोना काल में लॉकडाउन लगा था। लॉकडाउन के समय सभी परेशान थे। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने इस समय का भरपूर इस्तेमाल किया था। बहुत लोगों ने अपनी स्किल डेवलप की थी। किसी ने कुछ नया सीखा, तो किसी ने कुछ।
लॉकडाउन के समय ऑनलाइन कोर्सेज करके बहुत से लोगों ने नई-नई चीजें सीखीं और वहीं हम उस समय बस यही सोचते रहे कि कोरोनावायरस कब जाएगा... कब लॉकडाउन हटेगा... पता नहीं क्या होगा... कौन बचेगा... कुछ बचेगा भी या नहीं... इस महा प्रलय का अंत कैसे होगा...
बस इसी चिंता फ़िक्र में पूरा समय ऐसे ही निकल गया और हमने पूरा समय ऐसे ही गंवा दिया। बाद में पछताने के अलावा कुछ भी नहीं रहा।