नई दिल्लीः जासूसी के झूठे आरोप में भारतीय नागरिक जाधव को मौत की सजा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान से गहरी नाराजगी जताई है। मोदी इस कदर गुस्सा हुए हैं कि उन्होंने एक दर्जन पाकिस्तानी कैदियों की उनकी जेल की सजा पूरी होने के बाद रिहाई रोक दी जिन्हें बुधवार को उनके वतन भेजा जाना था। यह फैसला पाकिस्तानी सेना की इस घोषणा के कुछ घंटों के भीतर आया कि इसके प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने कथित ‘‘जासूसी और तोड़फोड़’’ क्रियाकलापों के लिए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मौत की सजा को स्वीकृति दी है।
मानी जा रही जवाबी कार्रवाई
आधिकारिक सूत्रों ने यहां कहा कि सरकार का मानना है कि पाकिस्तानी कैदियों को रिहा करने का यह सही समय नहीं है। जवाबी कार्रवाई उस समय हुई जब भारत ने स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान ‘‘कानून और न्याय के मौलिक नियमों का पालन किये बिना’’ मौत की सजा देता है तो इसे सुनियोजित हत्या कहा जाएगा। भारत के पास पाकिस्तान में सैन्य अदालत में जाधव की सुनवाई के बारे में कोई सुराग नहीं है और उसे लगता है कि यह जाधव को पकड़ने से लेकर कथित कबूलनामे तथा तथाकथित सुनवाई तक का ‘‘सुनियोजित नाटक’’ है। भारत द्वारा पाकिस्तानी अधिकारियों को बार-बार आगाह करने के बावजूद उसके अधिकारियों को उससे कभी मिलने नहीं दिया गया।