नई दिल्ली। इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हंगामा होने की आशंका है। जेएनयू में 15 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम में बस्तर के आईजी रह चुके एसआरपी कल्लूरी भी शिरकत करेंगे। कल्लूरी पर फर्जी मुठेभड़, मानवाधिकारों की वकालत करनेवाले आदिवासी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने का आरोप है। ऐसे में वामपंथी छात्र संगठन कल्लूरी का विरोध करने की तैयारी में हैं।
इनाडु इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले कल्लूरी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मॉस कम्युनिकेशन (आईआईएमसी) में एक सेमिनार को संबोधित किया था, जिसका छात्रों के एक समूह ने विरोध किया था। जेएनयू में असिस्टेंट प्रोफेसर बुद्धा सिंह के मुताबिक कल्लूरी का जेएनयू में आने का कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि कल्लूरी ने छात्रों और फैकल्टी सदस्यों की तरफ से भेजा गया आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। उन्हें बुलाने के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी कल्लूरी को बस्तर में माओवादियों पर नियंत्रण करने के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में माओवादियों को नियंत्रित करने के लिए काम किया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पिछले दिनों राज्य में मानवाधिकार हनन के मामलों को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की क्लास ली थी और एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीजापुर जिले में कल्लूरी के कार्यकाल के दौरान पुलिसवालों पर 16 आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। इस आधार पर वामपंथी छात्र संगठन कल्लूरी का विरोध कर रहे हैं।