लखनऊ : मुलायम के छोटे बेटे प्रतीक यादव अपनी पत्नी अपर्णा यादव के साथ शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने वीवीआईपी गेस्ट हाउस क्यों पहुंचे ? इसके पीछे बहुत बड़ा राज छिपा हुआ है. बताया जाता है कि मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव की माँ अंबी बिष्ट पर बीजेपी सरकार की सख्ती का फंदा कस सकता है. दरअसल सपा सरकार में एलडीए में उप सचिव के पद पर तैनात अपर्णा की माँ अंबी का नियमों के विरुद्ध जाकर ना केवल प्रोन्नति दी गयी बल्कि सयुंक्त सचिव बनाये जाने के लिए उनकी पत्रावली शासन भी भेज दी गयी. यही नहीं मलाईदार योजना का काम देकर उन्हें मालामाल भी किया गया.
फर्जी रजिस्ट्री के मामले में दो झूठे गवाहों को जेल
सूत्रों के मुताबिक हाल में अंबी बिष्ट की एक फर्जी रजिस्ट्री के मामले में दो झूठे गवाहों को लखनऊ की आशियाना पुलिस ने जेल भेज दिया. जानकारी के मुताबिक पिछले साल अंबी बिष्ट ने प्राधिकरण की शारदा नगर योजना के इस भूखण्ड की रजिस्ट्री अपने चहेते बाबू विवेक आनंद की सांठगांठ से की थी. बताया जाता है कि इस भूखण्ड के आवंटी कि मौत हो चुकी थी. इस बात की खबर होने के बाद भी अंबी बिष्ट ने अपने हस्ताक्षर से उसकी रजिस्ट्री कर दी. पिछले साल मार्च में दर्ज हुए इस मुकदमें में बिष्ट के खिलाफ इस लिए आशियाना पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की क्यों कि मामला मुलायम कि संधान का था, लेकिन सपा सरकार के जाते ही पुलिस हरकत में आयी और उसने मामले में लीपापोती करने के लिए रजिस्ट्री के गवाहों को ही केवल जेल भेज दिया. जबकि इस फर्जीवाड़े में जितने ही गवाह दोषी हैं उससे कहीं ज्यादा दोषी मुलायम की समधन अंबी बिष्ट और उनके अधिनस्त कार्यरत बाबू विवेक आनंद भी है. लेकिन पुलिस इन दोनों को बचाये जाने का प्रयास कर रही है.
सीएम के साथ दस मिनट हुई मुलाकात
फिलहाल अपर्णा और प्रतीक की सीएम योगी से करीब 10 मिनट तक मुलाकात चली. योगी से मिलने अचानक पहुंचे मुलायम के बेटे और बहू ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की. हालांकि बाद में उन्होंने इसे शिष्टाचार भेंट बताया. लेकिन जानकारों का कहना है कि अपर्णा को उनकी माँ ने सीएम योगी के पास इस लिए भेज था ताकि अगर उन पर कोई मुसीबत आती है तो वह टल जाये. मालूम हो कि योगी आदित्यनाथ पिछले कुछ दिनों से वीवीआईपी गेस्ट हाउस में ही रुके हैं, और सभी बैठकें वहीं पर कर रहे हैं. मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने लखनऊ कैंट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. उन्हें बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी ने बड़े अंतर से हराया था.
एक्टिव रहीं हैं अपर्णा यादव
गौरतलब है कि अपर्णा यादव पिछले कुछ समय से लगातार राजनीति में एक्टिव रही हैं. अपर्णा यादव राजनीति में आने से पहले भी सामाजिक कार्य करती रही हैं. अपर्णा ने कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की है.