नई दिल्ली : बीएसएफ में खाने को लेकर वीडियो के जरिये आवाज उठाने वाले जवान तेज बहादुर यादव मीडिया से बात की है। तेज बहादुर ने एनडीटीवी से कहा कि 'मुझे अपनी बात रखने का मौका ही कहां दिया गया। मुझे इतने दिनों तक गिरफ्तार करके रखा गया।
जवान ने कहा कि ''मैंने ऊंचे लेवल पर हर जगह शिकायत की थी। कहीं सुनवाई नहीं हुई, मुझे बर्खास्त करने में भी नियमों का ध्यान नहीं रखा गया। मैं बर्खास्तगी के खिलाफ कोर्ट जाऊंगा। मुझे सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के असर की जानकारी नहीं थी. मैं तो भ्रष्टाचार के खिलाफ पीएम मोदी की मुहिम का हिस्सा बनना चाहता था।
इससे पहले तेज बहादुर की पत्नी ने एक वीडियो जारी कर कहा, "मेरे पति को डिसमिस कर दिया गया है। उन्होंने जवानों के हित में ये कदम उठाया था और देश को अपना खाना दिखाया था। अब कोई भी मां अपने बच्चे को भेजेगी क्या ? ऐसा उन्होंने कौन सा गुनाह किया था जो उनकी 20 साल की सर्विस हो गई थी और उन्हें डिसमिस कर दिया।
सरकार को चाहिए था कि उन्हें बाइज्जत घर भेजते। सरकार ने ये बहुत गलत किया। अब कोई भी मां, कोई भी पत्नी अपने बच्चों को फौज में भेजने से डरेगी।"