इस पुस्तक में मेंने अपने जीवन के कुछ खट्टे कुछ मीठे यादों के पल संजोये हैं ......
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Behtreen collection 👌👌👌👌
बहुत बढ़िया
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16 किताबें
<div>त्योहार आते हैं और यादें पीछे छोड़ जाते हैं । कभी खुशियों की सौगात दे जाते हैं तो कभी दुखद अनुभ
<div> "मां मुझे 600 रूपए चाहिए"। स्कूल बस से उतरते हुए अरनव ने श्रद्धा से कहा।</div><div>" क्यो
"आखिर टमाटर गायब कहाँ हो जातें हैं। " मेरी पडोसिन हैरान-परेशान सोच रही थी। जब तक कच्चे रहते हैं तब तक दिखाई देते हैं। और फिर गायब🤔🤔 हमारा घर आमने-सामने है। उनके घर की पूरी फाउण्डेशन हो रही थी। लेकिन
कुछ दिन पहले की ही बात है। मैं मार्केट गई थी। मुझे थोड़ी देर लग रही थी इसलिए मेने अपनी बेटी को फोन किया और कहा कि मैं लेट हो जाऊंगी तुम खाना बना लेना। 🤳🤳  
बात उस समय की है जब मैं बीकॉम प्रथम वर्ष में पढ़ रही थी ।एक दिन मैं बाजार से मिट्टी की एक गुल्लक ले आई ।मैं उसमें बचत के पैसे डाल देती थी। जब कोई म
जीवन में कभी-कभी ऐसी घटनाएं होती हैं जिन्हें हम कभी नहीं भूल पाते हैं। खासकर वो घटनाएं जिसमें मौत सामने झूलती नजर आए।
16 अक्टूबर 21 रात का समय था । घड़ी में बारह बजने में पाँच मिनट की देर थी। मैं प्रतिलिपि पर टॉपिक का इंतजार कर रही थी फिर मैंने सोचा टॉपिक आने ही व
हमारे गाँव में एक बावडी है। बडी सी गोलाकार है । पत्थरों से बनी हुई है। नीचे तक सीढियां बनीं हैं। उसमें जगह जगह कुछ कलाकृतियाँ भी बनीं हैं। बावडी की दीवार पर एक मंदिर नुमा खांचे में मूर्तिया
नानी नानी कहानी सुनाओ ।" मेने अपनी नानी से कहा। "अरे!!अबैं नईं। अबैं तो दिन है। रात कों सुनाएंगे। "नानी ने मुझे समझाते हुए कहा। "अभी ही सुना दो ना "मेने नानी से जिद की ।"अरे!!अबैं नईं
काॅलेज के टाइम की बात है। जब मैं बी.काॅम. द्वितीय वर्ष में पढ़ती थी। एक दिन मैं और मेरी सहेली कविता फ्री लेक्चर में कालेज के बगीचे में बैठे बातें कर रहे थे। बातों बातों में