नई दिल्लीः
जिन सपनों को पंजाब की गली-गली बेचकर अरविंद केजरीवाल जीत हासिल करना चाहते हैं, उन सपनों की हकीकत खोजी है इंडिया टुडे ग्रुप के मेल टुडे रिपोर्टर ने। 27 जनवरी को फाइल रिपोर्ट ने आम आदमी की दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के संचालन में अनियमितताओं की पोल खोलकर रख दी है। दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिकों का ठीक से संचालन न कर पाने वाले केजरीवाल पंजाब की जनता को भी यही सपने दिखा रहे हैं। हर रैलियों में कह रहे हैं कि पंजाब में सरकार बनी तो दिल्ली की तर्ज पर मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएंगे। जबकि मेल टुडे की रिपोर्ट कहती है कि दिल्ली की मोहल्ला क्लीनिकों में मरीजों की जान खतरे में डाल दी गई है।
नर्स से लिया जा रहा फार्मासिस्ट का काम
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ओर से फिलहाल 105 मोहल्ला क्लीनिक संचालित है। मेल टुडे रिपोर्टर ने ओखला, छतरपुर और लक्ष्मी नगर सहित कई मोहल्ला क्लीनिक का जायजा लिया। यहां डॉक्टर्स, एएनएम और हेल्पर्स तो तैनात मिले मगर कोई फार्मासिस्टम नहीं। जो एएनएम व नर्स रहीं वहीं मरीजों को दवा वितरण करतीं मिलीं। जबकि नर्स को दवा देने का अधिकार नहीं है। इसके अलावा वार्ड ब्वॉय आदि भी प्रशिक्षित नहीं मिले।
क्या है नियम
नियमों का उल्लंघन कर संचालित मोहल्ला क्लीनिकों को लेकर खुद फार्मेसी काउंसिल की रजिस्ट्रार अर्चना मुद्गल सवाल उठा चुकी हैं। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय व दिल्ली सरकार को लिखे पत्र में कहा है कि अगर पंजीकृत फार्मासिस्ट के इतर कोई व्यक्ति मरीजों को दवा वितरित करता है तो वह फार्मेसी एक्ट 1948 का वायलेशन करता है। बता दें कि मोहल्ला क्लीनिक से मरीजों को 110 प्रकार की दवाएं मुफ्त में दी जा रहीं है तो 212 टेस्ट भी फ्री किए जाते हैं।