नई दिल्लीः केजरीवाल की खांसी पर आपने बहुत लतीफे सुने होंगे। विरोधी ही नहीं उनके समर्थक भी उनके खांसी को लेकर जुमले गढ़ते मिलते हैं। उनकी खांसी मेनस्ट्रीम मीडिया की हलचल का सबब भी बनने की क्षमता रखती है। मगर यह खांसी अब ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं है। क्योंकि यह केजरीवाल को कुछ ही सताने लगी है। इधर-उधर तमाम तरह का इलाज कराते केजरीवाल थक गए तो अब उन्होंने इसे जड़ से खत्म करने का फैसला किया है। इसके लिए बेंगलुरु गले की सर्जरी कराने जा रहे। चिकित्सकों का कहना है कि सर्जरी के बाद केजरीवाल की खांसी समस्या खत्म हो जाएगी।
पंजाब दौरा निपटाकर जाएंगे बेंगलुरु
केजरीवाल के गले में भले ही तकलीफ उभर आई है। मगर वे पहले से तय अपना पंजाब दौरा स्थगित नहीं करने वाले। आठ सितंबर से 11 सितंबर तक वे पंजाब में पूरी टीम के साथ डेरा डालेंगे। ताकि विद्रोह का सामना कर रही पार्टी को संकट से उबार सकें। इस दौरे में केजरीवाल पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारियां सुचारू करने के लिए टिप्स देंगे।
बंगलुरु में 13 सितंबर को होगी सर्जरी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 12 सितंबर को बेंगलुरु रवाना होंगे। वहीं पर 13 सितंबर को उनके गले की सर्जरी होगी। वे करीब 15 दिन बाहर रहेंगे। सर्जरी के दस दिन तक वे आराम करेंगे। 22 सितंबर तक वे दिल्ली लौटेंगे। तब तक उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया दिल्ली की सरकार संभालेंगे।
कई बार इलाज से राहत न मिलने पर सर्जरी की मजबूरी
केजरीवाल खांसी की समस्या से लंबे समय से जूझ रहे हैं। कई बार नेचुरोपैथी के जरिए बेंगलुरु के जिंदल नेचर केयर में इलाज करा चुके हैं। आंशिक राहत जरूर मिली मगर उन्हें परमानेंट राहत नहीं मिला। इस बीच दो से 11 अगस्त तक हिमांचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित सेंटर में विपश्यना भी आजमाए। अब समस्या को जड़ से निपटाने के लिए चिकित्सकों की सलाह पर गले की सर्जरी कराने का फैसला किए हैं।