हैदराबाद : तेलंगाना का मतलब है 'तेलुगूभाषियों की भूमि' लेकिन टीएसडीआर की 2017 की ताजा रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना में 43.3% ग्रामीणों के पास जमीन ही नहीं है। यही नहीं तेलंगाना में अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के लगभग पांचवे हिस्से के पास राशन कार्ड तक नहीं है।
राज्य हाल यह है कि सबसे निर्धन श्रेणी के लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का राशन नहीं मिलता है। तेलंगाना सोशल डेवलपमेंट रिपोर्ट (टीएसडीआर) 2017 में इस बात का खुलासा हुआ है।
टीएसडीआर की रिपोर्ट में सामने आया है कि राज्य की आबादी के चौथे-पांचवें हिस्से के पास राशन कार्ड हैं। जिसमे से 84.2% कार्ड गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) धारकों के हैं। योजना विभाग के विशेष मुख्य सचिव बी.पी. आचार्य ने कहा कि राज्य में विशेषकर सामाजिक क्षेत्र में डेटा का भारी कमी है।
उन्होंने कहा "यह अध्ययन राज्य में सामाजिक क्षेत्र के सुधार के एजेंडा को निर्धारित करता है। राज्य सरकार सामाजिक क्षेत्र में फिर से उन्मुख नीतियों के लिए प्रयास कर रही है। "सीएसडी की निदेशक कल्पना कानाबीरन ने कहा कि यह रिपोर्ट तेलंगाना में सामाजिक क्षेत्र की एक सांख्यिकीय प्रोफाइल को प्रस्तुत करती है। वहीँ रिपोर्ट की माने तो तेलंगाना में 11% युवा साक्षर नहीं हैं।