नई दिल्ली : जब से मुकेश अम्बानी ने रिलायंस जियो ने टेलीकॉम वर्ल्ड में कदम रखा है तब से देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में हलचल मची हुई है। बीते कुछ दिनों में जियो को टक्कर देने के लिए भारती एयरटेल, वोडाफोन और आईडिया ने कई प्लान जारी किये लेकिन रिलायंस जियो की फ्री सर्विस के सामने फ़िलहाल ये फेल होते दिख रहे हैं।
एक रिपोर्ट की माने तो जियो के इस बढ़ते प्रभाव के कारण देश के टेलीकॉम वर्ल्ड में एक बड़ा उलटफेर हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार देश की दो बड़ी दिग्गज कंपनियां आईडिया और वोडाफोन आपस में विलय कर सकती हैं। विलय को लेकर दोनों कंपनियों में 'कुछ समय से' बातचीत चल रही है।
आइडिया ने तीसरी तिमाही के नतीजों पर विचार करने के लिए 23 जनवरी को होने वाली बैठक को टाल दिया जिसके बाद इन अटकलों को और बल मिला है। बैठक के लिए अभी भी तारीख तय नहीं है। आंकड़ों की माने तो जियो के कारण दिसंबर 2016 में खत्म हुई तिमाही में देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल का मुनाफा 55 प्रतिशत गिरा है। जियो ने जिस तरह आक्रामक रुख अपनाया है उसे देखते हुए दोनों कंपनियों के लिए अपने रेवेन्यू, मुनाफे और वैल्युएशंस की रक्षा के लिए विलय 'एक जरूरत' बन चुकी है।