नई दिल्ली : बिहार पुलिस ने मोती पासवान से पूछताछ के आधार पर दिल्ली से दो और अपराधियों को धर दबोचा है. जिन्होने पुलिस के आगे चौकाने वाले खुलासे किए हैं.
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान मोती पासवान ने खुलासा किया है कि पटना-इंदौर रेल हादसे में उसका हाथ था. नेपाल में बैठे ब्रजकिशोर गिरी ने इसके लिए फंडिंग की थी. नेपाल में ब्रजकिशोर गिरी, मुजाहिर अंसारी, शंभु उर्फ चंडू, गजेद्र शर्मा और राकेश यादव को गिरफ्तार किया गया है. मोती ने बताया कि कानपुर रेल हादसे को नेपाल और दुबई मे रह कर आकाओ ने अजाम दिया हैं. सूत्रों कि माने तो ISI कि नजर अब बिहार और नेपाल के बार्डर में रह रहे माफियाओ पर है वह उनको फंडिग करने को तैयार हैं. दूसरी ओर यूपी एटीस चीफ असीम अरुण ने इंडिया संवाद को बताया कि इस मामले में जांच के लिए टिम भेजी जा चुकी है जांच हो रही हैं
कैसे हुए खुलासा
मोतिहारी जिले के एसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि वह अरुण राम और दीपक राम की नेपाल में हत्या के मामले कि पड़ताल कर रहे थे इस दौरान उन्होने मर्डर कि जुर्म में उमाशंकर पटेल, मोती पासवान, मुकेश यादव को रक्सौल के विभिन्न क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया था. उन्होने यह सनसनी खेज खुलासा किया.
कौन है मोती पासवान?
मोती पासवान पूर्व चंपारण के आदापुर थाना के बखरी गांव का रहने वाला है. अरुण राम और दीपक राम भी इसी गांव के रहने वाले थे. बखरी गांव भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ गांव है.
मोती पासवान के खिलाफ पूर्वी चंपारण, शिवहर और सीतमाढ़ी में 14 के करीब लूट और हत्या के मामले दर्ज हैं.
कौन है शमसुल होदा?
शमसुल होदा नेपाल का रहनेवाला है और दुबई में बिजनेस करता है. सूत्रों के अनुसार होदा का पाकिस्तान के आईएसआई और दाउद इब्राहिम से भी संबंध है. पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन और कानपुर में इंदौर-पटना रेल एक्सप्रेस के पीछे नेपाली के शमसुल होदा का हाथ है जो ब्रजकिशोर गिरी के जरिए अंजाम देता था.
गौरतलब है कि भारत-नेपार बॉर्डर से ही आतंकवादी यासिन भटकल को गिरफ्तार किया था. 20 नंवबर 2016 को कानपुर के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. इसमें 153 लोगों की मौत हुई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल थे.