देहरादून: स्थाई राजधानी को लेकर उत्तराखंड क्रांतिदल ने गुरुवार को घंटाघर स्थित इंद्रमणी बड़ोनी स्मारक स्थल पर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होनें प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि राजधानी को लेकर सरकार गुमराह न करे। जिस पर यूकेडी ने अपना मांग पत्र डीएम के ज़रिये मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लंबा अर्सा ग़ुज़र जाने के बाद भी सरकार अभी तक तय नहीं कर पाई है कि प्रदेश की राजधानी कहां बननी चाहिए। किसी भी हालत में प्रदेश की राजधानी गैरसैंण ही होनी चाहिए।
67 फ़ीसदी लोगों ने कहा गैरसैंण हो राजधानी
बिष्ट ने कहा उत्तराखंड आंदोलन के दौरान केंद्र बिंदु गैरसैण ही था। जिस पर रमा शंकर कौशिक समिति ने भी अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया था कि प्रदेश की 67 फ़ीसदी जनता गैरसैंण को ही राजधानी बनना देखना चाहती है। यूकेडी ने कहा कि सरकार इसी सत्र में गैरसैण को अविलंब राजधानी घोषित करे सरकार।
नेता मंत्री देर रात तक पहुंचे गैरसैंण
वहीं दूसरी ओर वित्त मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश, स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, श्रम मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, विधायक गणेश गोदियाल हीरा सिंह बिष्ट, विशन सिंह चुफाल, मदन कौशिक, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार रणजीत सिंह रावत समेत कई नेता भराड़ीसैंण पहुंचे। अन्य मंत्रियों और विधायक के देर रात तक यहां पहुंचे।