सच्ची मुस्कुराहट और सच्ची खुशी को बयां करता एक छोटा सा सच्चा किस्सा....।
पाठ विशेष- तंबाकू युक्त नशे न श्यामू की जिंदगी बर्बाद कर दी। अपने पीछे पिता ,बीबी और बच्चों को रोता -विलगता छोड़ गया। एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं होती ।अपितु साथ में पूरे परिवार की। अतः- नशा व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक ,मानसिक हानि तो पहुंचाता है। साथ
कहते हैं सच्चा प्यार कभी पुरा नही होता.... शायद सच ही कहते हैं... और ये मुझे तब समझ आया जब मुझे भी प्यार हुआ...। कहते हैं ना प्यार किसका पूरा होता हैं... प्यार का पहला अक्षर ही अधुरा होता हैं....। प्यार एक अलग ही एहसास होता हैं... जिंदगी में हमें ब
आदिती ने ये तय कर लिया था ,की वो अब खामोशी की चादर के साये मे ही अपनीपूरी बिता देगी ? वो स्वयं खामोश हो गई थी या फिर हालात ने।उसे खामोश कर दिया था ।ये हम उसकी जीवन की गहराइयों मे जाकर देखेंगे ?क्या गुनाह कर बैठी थी भुमी जो। उसकी आँखो मे लेखिक
जब कोई युवक युवती प्रेम में पढ़ती है तो किस तरह के वाक्य सामने आते हैं,।
एक छोटी सी घटना गुरु गोविंद सिंह के जीवनी से..
“लाज़” एक शब्द नही बल्कि औरत का वह कीमती आभूषण है , और समाज औरत को यह शिक्षा देता है कि वह पूरे जीवन इसकी रक्षा करे, पर ऐसा देखा गया है कि जो समाज औरत को यह शिक्षा देता है, औरत को उसी समाज से अपनी लाज़ को बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ता हैं। यह रचना समा
यह कहानी आज के शिक्षित युवाओं की मनो व्यथा को दर्शाता है। वैसे तो यह कहानी लंबी नहीं है, परन्तु.....इसमें समाज में फैले हुए वैमनस्यता एवं उसके कारणों को समाहित किया गया है। साथ ही यह भी दिखाने की कोशिश की गई है, कि आज का युवा चाहे, तो कुछ भी कर सकता
कौतूहल एक मुश्किल तलाश दास्तान है दिल्ली में रहने वाले दो भाइयों की, जिनमे से छोटे भाई की हत्या कर दी जाती हैं l और फिर कातिल की तलाश में इस कहानी का सृजन होता है, जो कि जोरदार सस्पेंश, एक्शन, थ्रिलर और रोमांच से भरपूर है।
छोटे बच्चों की छोटी छोटी रोचक कहानियाँ
गोधूली के समय सब कुछ सुहाना लगने लगता है ।
जीवन की सबसे बड़ी सिख देने वाली कहानी जीवन में शिक्षा देने वाली और ज्ञानवर्धक कहानिया शिक्षा वर्धक कहानिया आध्यात्मिक शिक्षा देने वाली कहानी जीवन बदलेन वाली कहानियां प्रेरणात्मक कहानी
एक लड़की की आपबीती...। विचारणीय और गंभीर मुद्दा..।
एक गरीब मजदूर की सामाजिक कहानी जिसमें लेखक ने उसके सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल न होने का कारण बताया है ।
समाज में कितने लोग हैं जो अपनी भावनाओं को शब्द नहीं दे पाते और मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपनी भावनाओं के प्रति मुखर हो जाते हैं और 'तेज' का तमगा पा जाते हैं। ऐसे सभी लोगों की भावनाओं के अंतर्द्वंद को अभिव्यक्त करने का
एक बगल कि पड़ोसी कि गलती और हो गया जो नहीं होना चाहिए।
देश या प्यार किसे चुनेगी समिति
राधे कृष्ण की कहानी
तवायफ की जिंदगी को उजागर करतीं.... एक बेहद संवेदनशील और विचारणीय... कहानी....।।।। एक ऐसी लड़की की कहानी.... जो चाहतीं कुछ थी और मिला कुछ...।।।