एक साधारण सा दिखने वाला मोबाइल फ़ोन अजीबोगरीब हरकतें करने लगता है—बिना किसी कॉलर के बजना, वीडियो कॉल पर भूतिया चेहरे दिखाना और अपने मालिक को भविष्य की घटनाओं की भविष्यवाणी करने वाले संदेश भेजना। इसकी उत्पत्ति रहस्य में डूबी हुई है, क्योंकि यह पता चला
जो छुट गया... छुट गया.... जो हैं उसमें खुश रहो..।
प्रकाश मनु की लोकप्रिय कहानियाँ’ वरिष्ठ कवि-कथाकार प्रकाश मनु की सर्वाधिक चर्चित और चुनिंदा कहानियों का संग्रह है। अलग-अलग रंग और अंदाज की ये कहानियाँ अपनी अद्भुत किस्सागोई और अनौपचारिक लहजे के कारण अलग पहचान में आती हैं। ये जीवन की गहरी जद्दोजहद से
Han.. To hum hain middle class family.... Hmare yaha garmiyo ki chhutiyo me ghumne jana nahi hota . Dopahar ko Sona fir lagbhag 3 bje sab ka fix hota h chai bnana. Hanji chai sab se pahla kaam hota h dopahar sone k baad uthke... Agar ghumne ka na
आप डिस्क्रिप्शन बॉक्स में पढ़कर अंदाजा लगाना चाह रहे हैं कि उज्ज्वल मल्हावनी नाम के इस विचित्र लेखक ने ‘शर्मा जी का लड़का’ जैसे अटपटे शीर्षक के साथ जाने क्या लिख दिया है जिसे पढ़ने का आग्रह किया जा रहा है। दरअसल प्रेम, इश्क़, प्यार, मोहब्बत, और भी तरह-तर
मेरी कहानियां मेरे बच्चे हैं और क्या कहूं।
गोधूली के समय सब कुछ सुहाना लगने लगता है ।
जीवन की सबसे बड़ी सिख देने वाली कहानी जीवन में शिक्षा देने वाली और ज्ञानवर्धक कहानिया शिक्षा वर्धक कहानिया आध्यात्मिक शिक्षा देने वाली कहानी जीवन बदलेन वाली कहानियां प्रेरणात्मक कहानी
एक लड़की की आपबीती...। विचारणीय और गंभीर मुद्दा..।
एक गरीब मजदूर की सामाजिक कहानी जिसमें लेखक ने उसके सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल न होने का कारण बताया है ।
समाज में कितने लोग हैं जो अपनी भावनाओं को शब्द नहीं दे पाते और मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपनी भावनाओं के प्रति मुखर हो जाते हैं और 'तेज' का तमगा पा जाते हैं। ऐसे सभी लोगों की भावनाओं के अंतर्द्वंद को अभिव्यक्त करने का
इस किताब में सामाजिक, पारिवारिक, रोमांटिक, आपराधिक और भी विषयों से संबंधित कुछ कहानियां हैं । ये कहानियां हमारे समाथ का ही आईना हैं । इन कहानियों को रोचक बनाने का पूरा प्रयास किया गया है । उम्मीद है कि ये कहानियां आपको अवश्य पसंद आयेंगी ।
हिन्दी साहित्य में महावीर प्रसाद द्विवेदी का मूल्यांकन तत्कालीन परिस्थितियों के सन्दर्भ में ही किया जा सकता है। वह समय हिन्दी के कलात्मक विकास का नहीं, हिन्दी के अभावों की पूर्ति का था। इन्होंने ज्ञान के विविध क्षेत्रों- इतिहास, अर्थशास्त्र, विज्ञान,
एक बगल कि पड़ोसी कि गलती और हो गया जो नहीं होना चाहिए।
देश या प्यार किसे चुनेगी समिति
राधे कृष्ण की कहानी
तवायफ की जिंदगी को उजागर करतीं.... एक बेहद संवेदनशील और विचारणीय... कहानी....।।।। एक ऐसी लड़की की कहानी.... जो चाहतीं कुछ थी और मिला कुछ...।।।
एक ऐसा हादसा जिसने मेरे स्वभाव और मेरी सोच को बदल दिया..।
उस दिन घर आते हुए ऐसा लग रहा था कि कोई साथ में चल रहा है लेकिन उसकी आवाज ही मुझे सुनाई दे रही थी कौन चल रहा है यह बात मुझे बिल्कुल भी मालूम नहीं थी मेरे कदमों की आवाज के साथ साथ उसकी कदमों की आवाज भी धीरे-धीरे बढ़ रही थी ऐसा लग रहा था कि कोई भूत म