डायन ( एक अधूरी प्रेम कहानी….. ) डायन एक प्रकार का भूत ही होती है । पर …. एक जिंदा महिला को डायन बनने के लिए … डायन साधना करनी पड़ती है । यह साधना किस प्रकार से होती है, यह तो नहीं पता । पर …. हमारे समाज में और भी बहुत सी कहानियां इससे संबंधित प्रचलि
दस आपराधिक कहानियों का संग्रह मात्र दस रुपये मूल्य में उपलब्ध है।
7 कहानियों का संग्रह।।
प्रेमी जहाँ पति मैटेरियल में बदलने लगता है और प्यार विवाह नाम के नरक में, क़ैद की दीवारें वहीं उठना शुरू होती हैं, जिनसे निकलने का संघर्ष इस उपन्यास की स्त्रियाँ कर रही हैं। लेकिन इस मुक्ति का निर्वाह क्या इतना आसान है? प्रेम से रहित हो जाना और अपने
एक पुरानी हवेली है ,उसके मालिक ने उसे खरीद कर छोड़ दिया था , पिछले तीस साल से वहां कोई भी रहता नही था कभी कभार कोई एकाध घंटे के लिए आता था तो वहां का सुनसान वातावरण और हवेली के अंदर चलती सायं सायं ठंडी हवा लोगो के होश उड़ देते हैं,और वह लोग वहां त
सआदत हसन मंटो की बदनाम कहानियाँ है कि मंटो की यथार्थ और घनीभूत पीड़ा के ताने-बानो से बुनी गयी हैं। 'बू', 'खुदा की कसम', 'बांझा' काली सलवार, समेत कई ढ़ेर सारी कहानियां हैं। इनमें कई कहानियां विवादित रही। 'बू' ने तो उन्हें अदालत तक घसीट लिया था।
स्त्री विमर्श पर आधारित लघु कथाओं का संग्रह
लोकोक्तियों पर आधारित मेरी पहली 'लोक उक्ति में कविता' संग्रह के उपरान्त यह मेरा दूसरा काव्य संग्रह है। इस संग्रह में मैंने बिना किसी भाषाई जादूगरी और उच्चकोटि की साहित्यिक कलाबाजी के स्थान पर दैनिक जीवन की आम बोलचाल की भाषा-शैली को प्राथमिकता दी है।
ये कहानी है अंजली और अभिनव की जो समाज के रूढ़िवादी विचारों के चलते एक दूसरे से अलग हो गए। दोनों ने अपने परिवार को सम्मान देने के खातिर अपने प्यार की कुर्बानी दे दी। और एक दूसरे की ज़िंदगी से अलग हो गए। पर नियती को कुछ और ही मंजूर था। दोनों एक बार फिर
मंटो की लोकप्रिय कहानियाँ उतनी महत्वपूर्ण है कि मंटो ने इतने बरस पहले जो कुछ लिखा उसमें आज की हकीकत सिमटी नजर आती है मंटो की लोकप्रिय कहानियाँ उतनी महत्वपूर्ण है कि मंटो ने इतने बरस पहले जो कुछ लिखा उसमें आज की हकीकत सिमटी नजर आती है
एक बहन ही एक बहन की दूनिया में आराम से आग लगा सकती है, जब वह स्वार्थ और वासना के आग में जल रही हो। इस कहानी के माध्यम से लेखक यही बतलाने की कोशिश किया है कि किस प्रकार एक बहन, दूसरी बहन को जिन्दगी तबाह कर देती है।
मुमकिन कहानी आधारित है अपने बच्चों के लिए एक पिता के द्वारा सृजित सपनों की l जिन्हें पूरा करने के लिए पिता मुश्किलों के उस दौर से गुजरा जहां से परिस्थितियों के प्रतिकूल होने पर भी उस पिता ने हार न मानी और अंततः उसकी जोरदार जीत से कई आलोचकों के मुंह प
एक बार मियां शेख चिल्ली अपने मित्र के साथ जंगल में लकड़ियाँ कांटने गए। एक बड़ा सा पेड़ देख कर वह दोनों दोस्त उस पर लकड़ियाँ काटने के लिए चढ़ गए। मियां शेख चिल्ली अब लकड़ियाँ काटते-काटते लगे अपनी सोच के घोड़े दौड़ने। उन्होने सोचा कि मै इस जंगल से ढेर
सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने कई कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेषरुप से कविता के कारण ही है।
छोटे बच्चों की छोटी छोटी रोचक कहानियाँ
मेरी कहानियां मेरे बच्चे हैं और क्या कहूं।
एक सच्ची घटना जिसपर विश्वास करना मुश्किल हैं..।
जो छुट गया... छुट गया.... जो हैं उसमें खुश रहो..।
इस किताब में सामाजिक, पारिवारिक, रोमांटिक, आपराधिक और भी विषयों से संबंधित कुछ कहानियां हैं । ये कहानियां हमारे समाथ का ही आईना हैं । इन कहानियों को रोचक बनाने का पूरा प्रयास किया गया है । उम्मीद है कि ये कहानियां आपको अवश्य पसंद आयेंगी ।