अहमदाबाद : गुजरात के कारोबारी महेश शाह इनकम टैक्स विभाग की पकड़ में आ गए हैं। महेश शाह वही गुजराती कारोबारी हैं जिन्होंने अपने पास 13,800 करोड़ के कालेधन का खुलासा किया था। उसने सरकार के नए आयकर नियम के तहत इस अघोषित सम्पति का खुलासा किया था। लेकिन उससे एक बड़ी चूक हो गई। महेश शाह से गलती यह हुई कि उसने 13 हजार करोड़ रुपये अघोषित आय की जानकारी आयकर विभाग को दी तो सही पर टैक्स चुकाए बिना जबकि इस योजना के तहत अघोषित आय पर टैक्स चुकाने के बाद आय की स्वैच्छिक घोषणा करने वाले पर आयकर विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होनी थी।
महेश शाह ने दावा किया वो पैसा उसका नहीं बल्कि नेताओं का है। शाह ने कहा, "वो पैसा मेरा नहीं है। वह पैसा कई लोगों का है जिसमें नेता, बाबू और बिल्डर्स शामिल हैं।" शाह को इसके तहत इन्हें चार किश्तों में 45 प्रतिशत टैक्स भरना था। 30 नवम्बर से पहले इन्हें इसका पहला 25 प्रतिशत यानी 1560 करोड़ रुपये जमा करना था।
करूंगा खुलासा
”मैं आयकर विभाग के अधिकारियों के सामने लोगों के नामों का खुलासा करूंगा। मैं कहीं भाग नहीं रहा था लेकिन कुछ कारणों से मैं मीडिया से दूर रहा। जिन लोगों ने अपनी रकम का खुलासा किया था वे ऐन मौके पर पीछे हट गए इसके चलते मैं टैक्स की पहली किश्त नहीं भर पाया। जल्द ही मैं सबका खुलासा कर दूंगा। जिन लोगों की संपत्ति का खुलासा किया वे कारोबारी और राजनेता हैं। मैंने गलती की लेकिन सबका खुलासा जल्द ही हो जाएगा। पूरे मामले में सच की जीत होगी।”
सूत्रों के अनुसार महेश शाह गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में जमीन का कारोबार करता है। इस घोषणा के बाद आयकर विभाग ने कार्रवाई की और महेश शाह ग़ायब हो गया था। फिर शनिवार शाम नाटकीय तरीके से वो एक टीवी स्टूडियो में पहुंच गया था।