दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप के बागी वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के बीच कुछ समय के लिए समझौता तो हो गया है. लेकिन ये रिश्ते ज्यादा दिन तक चलने वाले नही है. ऐसा बताया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल को कुमार के बारे में पुख्ता प्रमाण मिले है कि वो विपक्ष की मदद से उनकी सरकार गिराना चाहते थे.
सूत्रों के मुताबिक कुमार विश्वास के सरकार गिराने के प्रोजेक्ट का भंड़ाफोड़ खुद कपिल मिश्रा के ड्राइवर ने ही किया था. इस ड्राइवर ने केजरीवाल के एक खास व्यक्ति को कुछ दिन पहले यह जानकारी दी थी. कि उनके मालिक यानी कपिल मिश्रा बहुत जल्द दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे है.
इस ड्राइवर ने यह भी खुलासा किया था कि विश्वास और बीजेपी मिलकर आप के MLA को तोड़ने में लगी हुई है. अरविंद केजरीवाल को जैसे ही इस साजिश की भनक लगी उन्होने अपने भरोसेमंद लोगो को सजग कर दिया.
इसके बाद अरविंद केजरीवाल की टीम ने एक-एक कर आप के विधायकों को फोन कर उनसे मिलना शुरू किया और तब पता चला कि वाकई कई लोग कुमार विश्वास से संपर्क में थे और कई विधायक दिल्ली से बाहर जिनमें पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती शिमला में और आदर्श शास्त्री रानीखेत में अलका लांबा और राजेश ऋषि दिल्ली में थे. बताया जा रहा है पहले तो उन्होने कुछ नही बताया लेकिन बाद की पूछताछ में उन्होने स्वीकर किया कि कपिल मिश्रा ने कुछ ऑफर देने की बात की थी.
जब ये सारी चीजे तय हो गई कि विधायक कुमार के टच में थे. उसके बाद फिर मनीष सिसोदिया को केजरीवाल ने बुलाया और कहा कि ये बात आप कुमार विश्वास को बता दीजिये. मनीष सिसोदिया ने न सिर्फ कुमार को बताया और कपिल मिश्रा को बुलाया और कहा कैबिनेट में फेरबदल किया जा रहा है जिसके चलते आपको हटाया जा रहा है. जिसके बाद जो बागी लॉबी अलग अलग मीटिंग कर रही थी वो टूट गई.