कानपुर : IPL-10 में सट्टेबाजी और फिक्सिंग से जुड़े नए खुलासे के बाद पुलिस अब गुजरात लायंस के दो खिलाड़ियों से पूछताछ कर सकती है. इन खिलाड़ियों की कथित भागीदारी का खुलासा कानपुर में गुरुवार को गिरफ्तार तीन संदिग्ध सटोरियों ने किया है.
इनमें महाराष्ट्र का पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर रमेश नयन शाह और कानपुर का रमेश कुमार और विकास चौहान शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से 40.90 लाख रु. भी जब्त किए हैं. शाह और विकास को उसी होटल के 17वें फ्लोर से पकड़ा गया था, जहां दोनों टीमें ठहरी थीं. वहीं, रमेश को ग्रीन पार्क स्टेडियम से गिरफ्तार किया गया था.
नयन शाह ने स्वीकार- पिच से करवाता था छेड़छाड़
नयन शाह ने स्वीकार किया है कि वह मैचों के नतीजे प्रभावित करने के लिए पिच से छेड़छाड़ करवाता था. कानपुर में इस काम के लिए उसने ग्रीन पार्क के स्टाफ रमेश की मदद ली थी. रमेश पिच पर नयन के आदेश के मुताबिक पानी डालता था. इस तरह नयन को पहले अंदाजा हो गया था कि पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार होगी या गेंदबाजों के लिए.
बीसीसीआई का दावा- हमारी सजगता से हुआ भंडाफोड़
इसबीच, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी इस मामले पर अपना पक्ष रखा है. बोर्ड का कहना है कि कुछ लोगों की गतिविधियों पर एंटी करप्शन यूनिट की नजर थी. बोर्ड ने दावा किया कि तीन लोगों की गिरफ्तारी और मामले का भंडाफोड़ उसी की सजगता की वजह से हुआ है.
सटोरिए व्हाट्स एप के जरिए अजमेर के एक शख्स बंटी के संपर्क में थे
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी से पहले ही ये संदिग्ध मैच पर सट्टा लगा चुके थे. शाह व्हाट्स एप के जरिए अजमेर के किसी बंटी के संपर्क में था. बंटी को गिरोह का सरगना माना जा रहा है. शाह ने बंटी को जो मैसेज किया था, उसमें गुजरात के दो खिलाड़ियों के नाम थे. इसमें लिखा था कि ये खिलाड़ी सेट हो चुके हैं और मैच में गुजरात की टीम 200 रन का स्कोर खड़ा करने के बाद भी हार जाएगी. दिल्ली के खिलाफ मैच में हुआ भी बिल्कुल ऐसा ही. गुजरात ने पहले बैटिंग करते हुए 195 रन बनाए, लेकिन इसके बावजूद दिल्ली ने दो विकेट से मैच जीत लिया. पुलिस ने अभी उन दोनों खिलाड़ियों के नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं. बंटी की गिरफ्तारी के लिए अजमेर सहित कई शहरों में छापेमारी जारी है.