नई दिल्ली : दस हजार करोड़ के घोटाले का आरोपी यादव सिंह के संबंध सपा से चीनी की तरह तो बसपा के शात गुड़ की तरह थे. यादव सिंह के करीबी असिस्टेंट प्रोजेक्ट इंजीनियर रामेंद्र सिंह की एक डायरी CBI के हाथ लगी हैं. जिस डायरी में 15 नोताओं के नाम दर्ज हैं. इस डायरी से य़ह खुलासा होता है कि कैसे करोड़ों के ठेके रेवड़ी की तरह बंटवाने के लिए सिफारिशी गंगा बह रही थी.
इस डायरी में सिर्फ यादव बंधुओं का ही नाम नहीं है बल्कि यादव खानदान के चिरागों और उनके रिश्तेदारों का भी नाम दर्ज है. करोड़ों के सिफारिशी भ्रष्टाचार के आरोपों वाली इस डायरी में एक जगह तो मुख्यमंत्री के मामा तक का नाम लिखा गया है.
खुलासा 1.लिखा है-श्री महेश यादव ए के कंस्ट्रक्शन
रिफरेंस- शिवपाल जी पी डब्ल्यूडी मंत्री
जॉब नंबर- 295
शिवपाल यादव ही अब तक यूपी में पी डब्ल्यू डी मंत्री रहे थे. तो क्या शिवपाल यादव ने भी यादव सिंह से अपने करीबी को ठेका दिलाने की सिफारिश की थी ?
खुलासा 2. यादव सिंह के करीबी रामेंद्र सिंह की डायरी के एक पन्ने पर 15वें नंबर पर लिखा है. श्री अनिल यादव केयर ऑफ प्रोफेसर साहब....
तो क्या रागोपाल यादव ने किसी अनिल यादव ने किसी अनिल यादव के लिए यादव सिंह से सिफारिश की थी ?
खुलासा 3. डायरी के एक पन्ने पर लिखा गया है-
मैसर्स साइं कंसट्रक्शन, कृष्णा एसोसिएट्स
रिफरेंस विनय यादव, सीएम के मामाजी
एक पन्ने पर बदायूं से सांसद और यादव परिवार के बेटे धर्मेंद्र यादव का भी नाम दो जगह दर्ज है.
खुलासा 4. लिखा है-
सतेंद्र यादव केयर ऑफ धर्मेंद्र यादव
केयर ऑफ अमन इंटरप्राइजेज
खुलासा 5 .दूसरी जगह लिखा गया है
धर्मेंद्र यादव ए के कंस्ट्रक्शन कंपनी एक से दो करोड़
दस हजार करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोपों वाली इस डायरी अगला नाम तेज प्रताप यादव का है डायरी में लिका है कि एक करोड़ संजीव यादव रिफरेंस तेज प्रताप यादव . बस अब नाम गिनते जाईए कि कैसे करोड़ों के ठेके रेवड़ी की तरह बंटवाने के लिए सिफारिशी गंगा बह रही थी.
खुलासा 6. डायरी में दर्ज है
शीला चतुर्वेदी सदस्य, राज्य महिला आयोग
जॉब नंबर- 299/CPE
मैसर्स हरेंद्र एसोसिएट्स
खुलासा 7. दर्शन सिंह यादव
प्रधान, सैफई, इटावा के पौत्र श्री रामकुमार यादव
मैसर्स VJS कॉन्ट्रैक्टर
खुलासा 8. अशोक यादव- जिला प्रमुख महासचिव
जसवंत नगर, इटावा
मैसर्स दयाल बिल्डर
एक करोड़ के अंदर
खुलासा 9 . आशुतोष यादव, ब्लॉक प्रमुख, मैनपुरी
जॉब नंबर 293
खुलासा 10. पंकज कुमार, रिफरेंस, मिथिलेस कुमार (पूर्व सांसद)
जॉब नंबर- 174, 302
यहां तक कि बीएसपी में तब रहे और अब बीजेपी में आ चुके स्वामी प्रसाद मौर्य का भी नाम यादव सिंह से जुड़ी इस डायरी में दर्ज है.
खुलासा 11. जहां लिखा है-
विनोद कुशवाहा केयर ऑफ स्वामी प्रसाद मौर्य (विपक्ष के नेता)
एम एस उपाध्याय कंस्ट्रक्शन्स कंपनी
ABP न्यूज चैनल कि रिपोर्ट कि माने तो यादव सिंह ने सैफई से लेकर लखनऊ तक के नेताओं की सिफारिश पर ठेका बांट दिया. लेकिन हजारों करोड़ के घोटाले के आरोपी के डायरी में क्यों इन नेताओं के नाम दर्ज हैं ? ये सवाल तो उठता ही है कि क्यों नाम के साथ काम और दाम लिखा हुआ है ? यादव सिंह के करीबी रामेंद्र सिंह ने पूछताछ में बताया है कि ये नाम उन लोगों के हैं, जिन्हें काम देने के लिए सिफारिश आती थी ?