लखनऊ : यूपी में सपा और बसपा की सरकार में मुख्यमंत्री को नजराना पहुंचाने के नाम पर अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर हर जरुरत को पूरा करने वाले सूबे के दागी अफसर नवनीत सहगल सीएम योगी को मैनेज करने में भले ही मात खा गए हों. लेकिन उन्होंने ऐसे कई मौकों पर अपने आपको बड़ी चतुराई से बचा लिया. सत्ता के गलियारे से लेकर दिल्ली की सबसे बड़ी दलाल लॉबी में पकड़ रखने वाले दलाल को हमेशा अपने साथ रखा है. सहगल पर जब भी संकट आया तो यूपी का ये बड़ा दलाल उनको बड़ी से बड़ी मुश्किलों से बाहर निकाल लाता रहा है. इस बार भी रोहित सहाय नाम का ये दलाल उनकी मदद करने में लगा हुआ है.
सहगल ने और उनके दलाल साथी ने नहीं मानी हार
यूपी के रहने वाले इस बड़े दलाल रोहित का दिल्ली में काफी वर्चस्व है. सूत्रों के मुताबिक सत्ता के गलियारे से लेकर सीबीआई और ईडी तक पकड़ रखने वाले इस दलाल ने ही पिछले हफ्ते टीवी पत्रकार की मौर्या शेरटन होटल में आयोजित पार्टी में पीएम मोदी के मंत्री से मुलाकात करने के लिए बुलाया था. लेकिन उसे ही न तो इस बात की खबर थी कि इस पार्टी में मुलाकात के दौरान कोई नवनीत सहगल और पीएम मोदी के मंत्री से हाथ मिलाते हुए फोटो भी खींच कर पीएमओ कार्यलय तक भेज सकता है. दरअसल यहीं चूक दलाल रोहित से हो गयी. इसलिए अबकी बार सहगल का मामला गंभीर हो गया है. बताया जाता है कि अभी भी न तो आईएएस अफसर नवनीत सहगल ने हार मानी है और न ही रोहित ने. दिल्ली कि दलाल लॉबी का कहना है कि रोहित तो अब भी सहगल को बचाने में लगा है और उसे पूरा यकीन है कि सहगल भ्रष्टाचार के लगे आरोपों से जल्द ही बरी हो जायेंगे.
NRHM घोटाले में सीबीआई को मैनेज किया था सहगल ने
सूत्रों के मुताबिक यूपी में बसपा कार्यकाल के दौरान हुए करोड़ों के NRHM घोटाले में जब सीबीआई का फंदा सहगल के गले में पड़ा था तो भी इसी दलाल के माध्यम से सहगल ने अपने आपको बचाया था. जबकि सीबीआई के पास सहगल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुख्ता सबूत थे. हालांकि इस बड़े घोटाले में बसपा सरकार के मंत्री रहे बाबू सिंह कुशवाहा आज भी जेल कि सलाखों के पीछे हैं. यही नहीं आईएएस अफसर प्रदीप शुक्ल तक लंबे समय तक करोड़ों रुपये के इस घोटाले में जेल की हवा खाकर लौटे, लेकिन सहगल का टस से मस नहीं हुआ. इतना ही नहीं सहगल के खिलाफ सबूत होने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने के चलते आईएएस प्रदीप शुक्ल की पत्नी आईएएस आराधना शुक्ला ने इस मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन पहुंच वाले इस आईएएस का कोई बालबांका नहीं कर सका.
फोटो पीएमओ दफ्तर में पहुंचने से मामला हुआ गंभीर
फिलहाल इस बार सपा और बसपा सरकार के दिग्गज मैनेजर कहे जाने वाले आईएएस अफसर सहगल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिसके चलते वह मोदी के मंत्री के जरिये अपने दलाल साथी की मदद से पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं. बताया जाता है कि पिछले हफ्ते दिल्ली के पांच सितारा होटल में केंद्र सरकार के इस ताकतवर मंत्री से हाथ मिलाते हुए सहगल की फोटो पीएम नरेंद्र मोदी तक पहुंच चुकी है. इसलिए मामला काफी गंभीर है. हालांकि दिल्ली में सीबीआई और ईडी की दलाली करने वाले रोहित सहाय बराबर सहगल की पैरवी करने में जुटा हुआ है. बताया जाता है कि सूबे में सपा सरकार के कार्यकाल में आगरा 'एक्सप्रेस वे' के सभी बड़े ठेके इस दलाल के जरिये सहगल ने ठेकेदारों को बांटकर मोटा कमीशन लिया था.