नई दिल्ली : आर्म्स डीलर संजय भंडारी के घर आयकर विभाग का छापा पड़ा तो रक्षा मंत्रालय के दस्तावेज मिले। भंडारी वही शख्स हैं जो कांग्रेस के दौर में प्रापर्टी डीलर से रातों रात हथियार डीलर बन गए। लन्दन में रॉबर्ट वाड्रा को घर भी दिलवाया। अब मोदी सरकार के दौर में भंडारी के पास रक्षा मंत्रालय के कागज कहाँ से आये कोई नही जानता लेकिन एक बात साफ है कि भंडारी नेताओ के करीबी हमेशा से रहे हैं। ये भी कोई नही जानता किअब बीजेपी के दौर में उनका नया साथी कौन है लेकिन भंडारी के पास मिले दस्तावेजों ने एक बात तो साफ़ कर दी कि दलालों की पहुँच अभी भी सत्ता तक कायम है।
मोदी सरकार के दौर में ही मुम्बई में बन रही भारत की सबसे ख़ास पनडुब्बी स्कोर्पियन के दस्तावेज लीक हो गए, इस पनडुब्बी को भारतीय सेना की ताकत बताया जा रहा था। भारत को इसका पता तब चला जब ऑस्ट्रेलिया के एक नामी अख़बार ने लिखा कि भारतीय पनडुब्बी के सारे गोपनीय दस्तावेज लीक हो गए हैं। इन दस्तावेजों वो तमाम जानकारियां है जिनसे पनडुब्बी की कार्यप्रणाली का भी पता चलता है। यानी सुरक्षा तार तार हो गई। अब खुलासे हो रहे हैं कि दरअसल ये लीक किसी और ने नही बल्कि एक हथियार डीलर के जरिये किये गए और अब तो सत्ताधारी बीजेपी के सांसद का नाम इस मामले में उछल रहा है।
बताया जा रहा है कि बीजेपी सांसद वरुण गांधी को हनी ट्रैप में फंसाकर तमाम जानकारियां हासिल की गई। तो जिस पार्टी के हाथों देश की सुरक्षा है उसी के सांसद का नाम सुरक्षा से खिलवाड़ करने के मामले में आ रहा है। देश की सुरक्षा के साथ तो खेल खेला ही जा रहा है यहाँ तो आम आदमी की कमाई में अब सुरक्षित नही है।
खबर आई की देश के तमाम सरकारी बैकों में सेंध लग गई। लाखों लोगों के अकॉउंट के एटीएम पासवर्ड हैकर्स ने चोरी कर लिए गए हैं। पहले दो महीने तो बैंकों ने यह जानकारी गुपचुप रखी लेकिन मीडिया में बात खुली तो बैंकों ने तब जाकर अपने ग्राहकों को आगाह किया कि अपने पासवर्ड बदल दें। आनन फानन में लाखों के एटीएम ब्लाक कर दिए गए।
बैंकों को आम आदमी की चिंता है या नही इसका अंदाजा तो इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उनके पास पहले से पासवर्ड चोरी होने से सम्बंधित अलर्ट भी मिले थे। कई लोगों ने शिकायत की थी कि उनके अकाउंट से पैसे निकाले जा रहे हैं उनके एटीएम अमेरिका और चीन में इस्तेमाल हो रहे हैं। तो इस देश में सुताक्षित है कौन। न सीमा पर तैनात सैनिक, न सड़कों में महिलाएं और न ही आपकी गाढ़ी कमाई।