नई दिल्ली : पृथ्वी पर क्या अब इंसानों का एकाधिकार रह जायेगा, यह सवाल एक वाइल्डलाइफ रिपोर्ट के जारी होने के बाद उठने लगे हैं। रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि पृथ्वी पर इंसानों की संख्या जिस तेजी से बढ़ती जा रही है उसी तेजी से जानवरों की संख्या भी कम होती जा रही है। इस साल जारी की गई 'वर्ल्डलाइफ फंड (ज़ेएसएल) 'लिविंग प्लैनेट' की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि साल 1970 से 2012 के बीच दुनियाभर के जंगली जानवरों की संख्या में 58 प्रतिशत के कमी आयी है जो कि समूची पृथ्वी के लिए खतरे की घंटी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संख्या साल 2020 तक 67 प्रतिशत तक पहुँच सकती है। लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2016 हमें बताता है कि भूमि आधारित आबादी में 38 फीसदी की गिरावट हुई है। कहा गया है कि पिछले 50 सालों में इंसानों की आबादी में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार महासागर में जीवन की आबादी 36 फीसदी की गिरावट जबकि मीठे पानी की आबादी 81 फीसदी की गिरावट आयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर यही हालात जारी रहे तो दुनिया में जैव विविधता ख़त्म हो सकती है। इस रिपोर्ट को 14000 वर्टिब्रेट जनसंख्या और 3700 स्पसीज के अध्यन के बाद तैयार किया गया है।