
दिल्ली : नवजोत सिंह सिद्धू आगामी पंजाब चुनाव में किस पार्टी के साथ जाएंगे इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. बुधवार रात नवजोत सिंह सिद्धू और आम आदमी पार्टी के पंजाब के सह प्रभारी दुर्गेश पाठक की मुलाक़ात हुई. सिद्धू के घर अचानक हुई इस मुलाक़ात में आवाज़-ए-पंजाब के दूसरे नेता परगट सिंह और बैंस बंधू भी मौजूद थे.
ये मुलाक़ात करीब एक घंटे चली जिससे ये कयास एक बार फिर लगने शुरू हो गए हैं कि क्या सिद्धू आप के साथ जा सकते हैं? क्योंकि सिद्धू की आम आदमी पार्टी के साथ बातचीत पहले टूट गई थी, यही नहीं सिद्धू ने आम आदमी पार्टी को ईस्ट इंडिया कंपनी और केजरीवाल को अराजक बताया था और अब ये कहा जाने लगा था कि सिद्धू और उनका फ्रंट कांग्रेस के साथ जाने की डील फाइनल कर चुका है. लेकिन, अब इस मुलाक़ात के बाद कहा जा सकता है कि सिद्धू और उनका फ्रंट आवाज़-ए-पंजाब अब भी अपने लिए साथी चुनने की कवायद में लगे हुए हैं.
इससे पहले बुधवार को एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू से उनकी बातचीत चल रही है और उम्मीद है वो हमारे साथ आएंगे.
इस बीच सिद्धू के लिए एक परेशानी भी खड़ी हो गई है. सिद्धू के खिलाफ 2009 के चुनाव में हार जीत का केस फिर से खुल गया है. अमृतसर में सिद्धू तब बतौर बीजेपी उम्मीदवार चुनाव जीते थे और उनसे हारने वाले ओम प्रकाश सोनी ने ये अर्जी दी थी.
2011 से सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी थी अब जाकर कोर्ट ने कहा है कि मामला हाईकोर्ट में शुरू होगा. सोनी ने सिद्धू पर गलत तरीके से चुनाव जीतने का आरोप लगाकर चुनाव रद्द करने की मांग की थी.