नई दिल्लीः अखबारी दुनिया में... हड़ताल। अब तक यह बात मानो किसी को सातवे आश्चर्य जैसी लगती थी, मगर लखनऊ की हॉकर्स यूनियन ने अखबारी दुनिया में ऐतिहासिक हड़ताल छेड़ दी है। लखनऊ में पिछले सात दिन से अखबार ही नहीं बंट सका है। अभी कब तक हड़ताल जारी रहेगी, कुछ पता नहीं। ऐसे में अगर न्यूज वेबसाइट्स का जमाना नहीं होता तो शायद लखनऊ वाले ताजातरीन खबरों के लिए तरस जाते। बहरहाल अब लखनऊ के लोगों के सुबह की शुरुआत चाय की चुस्कियों के साथ अखबार से नहीं न्यूज वेबसाइट पर खबरें बांचते हुए हो रहीं हैं। उधर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने हॉकर्स यूनियन को आश्वासन दिया है कि अखबार मालिकों से बात कर कमीशन बढ़ाने की मांग पूरी कराएंगे।
हर दिन लाखों अखबार की डिलीवरी बंद
लखऩऊ हॉकर्स यूनियन की हड़ताल के कारण पिछले एक सितंबर से सभी प्रमुख अखबारों की लाखों प्रति रोज की डिलीवरी बंद है। लखनऊ के किसी भी कोने से हॉकर्स अखबार नहीं उठा रहे। जिसके अखबारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अखबार प्रबंधन ने हॉकर यूनियन को वार्ता के लिए बुलाया मगर बातचीत के बाद कोई हल नहीं निकल सका। हालांकि पाठकों की सहूलियत के लिए थानों और चौकियों के पास जरूर अखबार प्रबंधन ने अस्थाई रूप से अखबारों के स्टाल लगवाए हैं। ताकि लोग वहां से आकर अखबार ले सकें।
एक प्रति पर डेढ़ रुपये कमीशन चाहते हैं हॉकर्स, हल न निकला तो पूरे प्रदेश में हड़ताल
लखनऊ हॉकर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रासबिहारी मुन्ना कहते हैं कि महंगाई आसमान छू रही है। मगर अखबार मालिक पिछले कई बरस से कमीशऩ बढ़ा नहीं रहे हैं। बरसों से कोई एक रुपये प्रति कॉपी पर कमीशन दे रहा है तो कोई इससे भी कम। दूसरी तरफ प्रमुख अखबारों के बीच प्राइस वार छिड़ने से वे अखबार का रेट कम कर रहे हैं। जिससे कमीशन बढ़ने की गुंजाइश खत्म की जा रही है। हमारी मांग है कि कम से कम हर अखबार पर डेढ़ रुपये कमीशन मिले। रासबिहारी मुन्ना ने कहा कि जल्द अखबार मालिकों ने कमीशन नहीं बढ़ाया तो पूरे प्रदेश में हड़ताल शुरू होगी।