
नई दिल्लीः इधर बीच काफी समय से शांत रहे गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने हाल में केजरीवाल पर निशाना साधा तो लोग इसकी जड़ में वजह तलाशने लगे। कहा जा रहा कि अन्ना ने अपनी चुप्पी आम आदमी पार्टी के विधायक कर्नल देवेंद्र सहरावत के लिखे पत्र पर तोड़ी। जिसे उन्होंने मंत्री संदीप कुमार के सेक्स टेप में फंसने पर अन्ना को लिखी। सहरावत ने अन्ना से आप को उद्देश्यों से भटकने पर मार्मिक व्यथा कहते हुए मार्गदर्शन मांगा था। इस पत्र पर भावुक हुए अन्ना हजारे केजरीवाल पर बिफर उठे। उन्होंने केजरीवाल को आंदोलन की मंशा से भटकने वाला शख्स बताते हुए उन्हेें पार्टी में चरित्रहीन लोगों को रखने की बात कही। अन्ना ने अपने बयान में कहा था कि केजरीवाल जब आंदोलन की मंशा से भटकते हुए राजनीति में उतरने की बात कहने लगे तो मैने पूछा कि पार्टी में चरित्रवान लोगों को रखने का कौन सा तरीका अपनाएंगे। कुछ संतोषजनक जवाब न मिलने पर मुझे पहले से ही पार्टी नेताओं के ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहने की आशंकाएं थीं। जो सच निकली।
'आलीशान कोठी से निकल दो कमरे के फ्लैट में रहता हूं'
देवेंद्र सहरावत ने अन्ना को लिखे पत्र में कहा है कि पार्टी के उद्देश्य को उन्होंने पूरी तरह आत्मसात किया। विधायक बनने के बाद मैने बड़े व्यवसाय से जुड़े अपने परिवार को छोड़ दिया है। मैं महिपालपुर की अपनी आलीशान कोठी से निकलकर अब किराए के दो कमरों वाले चौथे माले के छोटे फ्लैट में रहता हूं। मैं लग्जरी गाड़ियां छोड़ आज एक छोटी सी कार का निजी परिवहन में प्रयोग करता हूं। ये सारे निर्णय मैने ईमानदारी से अपने काम का निर्वहन करने के लिए किए हैं।
'अब पार्टी में व्यभिचार व भ्रष्टाचार से आहत हूं'
अन्ना से सहरावत ने कहा है कि वह पार्टी में व्याप्त व्यभिचार और भ्रष्टाचार को देखकर आहत हैं। मंत्री से लेकर महत्वपूर्ण प्रभारी तक व्यभिचार में लिप्त हैं। मुझसे मेरे समर्थक, वोटर असहज सवाल करते हैं। पार्टी के अंदर अंतर्कलह भी इस गंभीर स्थिति को और कठिन कर रही है। मैं बेहद कष्ट में हूं, पूरी तरह कुंठित हूं। पार्टी जिस तरह से आदर्शों से भटक रही है, उसी तरह मैं भी भटक सा रहा हूं, अवसाद के इऩ क्षणों में मेरा मार्गदर्शन करें।
