मकई-से वे लाल गेहुँए तलवे
मालिश से चिकने हैं।.
सूखी भूरी झाड़ियों में व्यस्त
चलती-फिरती पिंडलियाँ।
(मोटी डालें, जांघों से न अड़ें!)
सूरज को आईना जैसे नदियाँ हैं
इन मर्दाना रानों की चमक
'उनको' खूब पसंद।.
यह वन शिव का स्थान।
शांत ज्योति में लय है ध्यान।
नभ-गंगा की शक्ति
सदा बरसती यहाँ।.
वज्र-गिरि। कमठ-कठोर।
सीधा चढ़ता, ऊर्ध्व दिशा की ओर।.
शेष नीला सूनापन।