देहरादून: दिल्ली दौरे से वापस लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अपने मंत्रिमंडल गठन के बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा करना शुरू कर दिया है। उत्तराखण्ड में भी मंत्रियों के विभागों का बटवारा शुरू हो गया है। सबसे पहले कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रकाश पंत को विधायी एवं संसदीय कार्य मंत्री का पद दिया गया है। त्रिवेंद्र कैबिनेट में कुल सात मंत्री और दो राज्यमंत्री शामिल हैं। उत्तराखंड शासन से जारी विज्ञप्ती में बताया गया कि मंत्री प्रकाश पंत को विधायी एवं संसदीय कार्य विभाग का कार्यभार सौंपा गया है। हालांकि जल्द ही शाम तक पूरे मंत्रीमंडल को उनकी ज़िम्मेदारी देने की बात कही जा रही है।
त्रिवेंद्र कैबिनेट में सात मंत्री समेत दो राज्यमंत्री शामिल हैं।
मंत्री-
प्रकाश पंत- संसदीय एवं विधायी कार्य मंत्री।
सतपाल महाराज- 2014 लोकसभा चुनाव के समय ही महाराज कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा में आए। सीएम पद की दौड़ में भी शामिल महाराज को किसी बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
हरक सिंह रावत- कांग्रेस के बगावत करने वालों की लिस्ट में टॉप पर शामिल हैं हरक सिंह रावत। कांग्रेस सरकार में भी ये कैबिनेट मंत्रीपद पर रह चुके हैं।
मदन कौशिक- हरिद्वार सीट से जीत का चौका लगाने वाले मदन कौशिक का नाम बीजेपी के दिग्गजों में शुमार है। इनके ओहदे के देखते हुए इन्हें भी बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा जा सकता है।
सुबोध उनियाल- पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेहद खास सुबोध ने बढ़-चढ़कर कांग्रेस से बगावत की थी जिसका फायदा भी मंत्री बनकर उन्हें मिला।
अरविंद पांडेय- गदरपुर से भाजपा विधायक अरविंद पांडे लगातार चौथी बार विधायक रह चुके हैं। वे पालिकाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वे ऊधमसिंह नगर में भाजपा के बड़े चेहरे हैं।
यशपाल आर्य- टिकट बंटवारे से ठीक पहले आर्य बेटे संजीव आर्य समेत बीजेपी में शामिल होने वाले आर्य ने कांग्रेस सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्रालय संभाला था। अब आर्य को कौन का मंत्रालय मिलता है, इसका इंतजार है।
राज्यमंत्री -
धन सिंह रावत- आरएसएस से लंबे समय तक जुड़े रहे हैं। श्रीनगर से चुनाव जीतकर आए हैं।
रेखा आर्य- कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आई रेखा आर्य भी सांसद और पूर्व सीएम कोश्यारी की करीबी हैं। इकलौती महिला हैं जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिली है।