नई दिल्ली : पीएम मोदी की नोटबंदी का असर यूपी के विधानसभा चुनाव पर पड़ता देख बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर बीजेपी पर अपनी जमकर भड़ास निकाली. यही नहीं उन्होंने नोटबंदी को लेकर बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए. मायावती ने कहा कि बीजेपी ने राजनीति क फायदे के लिए नोटबंदी का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि बिना तैयारी के नोटों पर पाबंदी लगाई गई, जिससे देश में आर्थिक तंगी के हालात पैदा हो गए हैं.
मोदी का रोना जनता को परेशान करना है
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बार-बार भावुक होना और आंसू बहाना जनता को परेशान करने जैसा है. पीएम ने भले ही देश के लिए अपना घर-परिवार छोड़ा है, पर इसका मतलब ये नहीं कि वे देश के लोगों को परेशान करें. उन्होंने कहा कि बैंक में लंबी लाइन लगाकर अब तक कई बुजुर्गवारों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है.
राजनीतिक स्वार्थ नहीं : माया
मायावती ने कहा कि बीएसपी नोटबंदी का विरोध किसी राजनीतिक फायदे के लिए नहीं, बल्कि देश की भलाई के लिए कर रही है. नोटबंदी से आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बसपा प्रमुख ने आगे यह भी कहा कि एक तरफ पीएम मोदी कालेधन को लेकर गरीबों को उनका हक दिलाने कि बात कर रहे हैं. दूसरी तरफ उनके ही विधायक अपने बेटों को बड़ी - बड़ी कीमती गाड़ियां तोहफे में दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लेकर आम जनता की कमर टूट गयी है. और वो अपने ही बैंक में जमा पैसों को हासिल करने के लिए दिन रात बैंक के बाहर लगी लंबी कतारों में खड़ी है.
सपा के बबुआ से बसपा को कोई खतरा नहीं : माया
बसपा प्रमुख ने कहा कि पीएम मोदी नोटबंदी पर संसद में जवाब देने से कतरा रहे हैं. यूपी चुनाव पर मायावती ने कहा कि बीजेपी को उत्तर प्रदेश में सिर्फ बीएसपी से खतरा है. बीजेपी ने एक चौथाई चुनावी वादे पूरे नहीं किए. वहीं मायावती ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बीएसपी को समाजवादी पार्टी के बबुआ से कोई खतरा नहीं है.