नई दिल्ली : बीता साल 2016 पत्रकारिता जगत के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। 'इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ जर्नलिस्ट' की ताजा रिपोर्ट के अनुसार साल 2016 मे दुनियाभर में 122 पत्रकारों ने हमलों में अपनी जान गंवाई। इस आंकड़े में 5 भारतीय पत्रकार भी शामिल हैं। इसमें 93 पत्रकार हत्या एवम बम विस्फोट जैसी घटनाओं की शिकार हुए जबकि अन्य दुर्घटनाओं में मारे गए। इस सूची में भारत का आठवां स्थान है।
आईएफजे की रिपोर्ट के अनुसार अफ्रीका, अमेरिका, एशिया प्रशांत, यूरोप, पश्चिम एशिया और अरब जगत के 23 देशों में पत्रकार हत्या, बम हमला और गोलीबारी जैसी घटनाओं में असमय मौत का शिकार बने। इराक अभी भी मीडियाकर्मियों के मारे जाने के मामले में (15 पत्रकारों के मारे जाने) के साथ इस सूची में सबसे उपर है। इराक के बाद अफगानिस्तान (13) और मेक्सिको (11) का स्थान है।
भारत में इन पत्रकारों की हुई हत्या
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ जर्नलिस्ट के अनुसार भारत में 14 फरवरी को जन संदेश टाइम्स के ब्यूरो चीफ तरण मिश्रा की हत्या कर दी गई। एक स्थानीय चैनल के पत्रकार इंद्रदेव यादव की 16 मई को हत्या कर दी गई। दैनिक हिंदुस्तान के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन की 13 मई को, जय हिंद के ब्यूरो चीफ किशोर दवे की 22 अगस्त को और दैनिक भास्कर के पत्रकार धर्मेंद्र सिंह की हत्या 12 नवंबर को हुई।