नई दिल्लीः JNU प्रशासन अब आक्रमक मूड़ में नजर आ रहा है। इस बार जेएनयू में कार्यकारी समिति की बैठक का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारी छात्रों पर दिल्ली पुलिस के डंडे पड़ सकते हैं। बता दें 3 जनवरी को जेएनयू में कार्यकारी समिति की बैठक है।
दिल्ली पुलिस को लिखा खत्त
जेएनयू में छात्रों के रूख को देखते हुए जेएनयू प्रशासन ने दिल्ली पुलिस को एक सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है। इस पत्र में जेएनयू के रजिस्ट्रार ने दिल्ली पुलिस 26 दिसंबर की घटना का हवाला देते हुए कहा है कि विद्वत परिषद की बैठक में कुछ छात्रों ने तोड़फोड़ और गार्ड से धक्का-मुक्की की थी। कार्यकारी समिति की बैठक में भी इस तरह की घटना हो आगे भी हो सकती है। इसलिए कन्वेंशन सेंटर में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए।
नहीं बरती जाएगी कोई नरमी
जेएनयू में सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 26 दिसंबर की वारदात फिर से दोहराई गई तो छात्रों के साथ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
जान बचाकर पड़ा था भागना
जेएनयू के एक अधिकारी के अनुसार पिछली बैठक में कुछ छात्रों ने जमकर हंगामा किया था। जिसके कारण शिक्षको को जान बचाकर कन्वेंशन सेंटर में भागना पड़ा था। अनुशासनहीनता करने वाले आठ छात्रों को निलंबित कर दिया था
जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष मोहित कुमार पांडेय ने कहा कि हम छात्रहित की अनदेखी नहीं कर सकते। विश्वविद्यालय प्रशासन जान बूझकर एक खास विचारधारा को थोपना चाहता है। छात्रों के बुनियादी मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कार्यकारी समिति की बैठक का हम जोरदार तरीके से विरोध करेंगे।