कानपुर : IPL-10 में सट्टेबाजी के तीन आरोपियों ने सनसनी खेज खुलासे किए हैं. आरोपी सट्टेबाज जयन ने पूछताछ में बताया कि वो ग्रीन पार्क स्टेडियम के एक इम्प्लॉई से पिच के फोटो लेकर बुकीज को भेजता था. इस इम्प्लॉई को 75 हजार रुपए जयन ने दिए थे. खास बात यह है कि ये सट्टेबाज उसी होटल में रुके थे जिस होटल में गुजरात और दिल्ली की टीमें ठहरी हुईं थी.
सट्टेबाजों को टिप्स देते थे आरोपी...
कानपुर के एसएसपी कुलहरी के मुताबिक जयन और उसके साथी विकास चौहान को होटल से गिरफ्तार किया गया था। चौहान सट्टेबाजों के फोन रिसीव कर उनकी बात जयन से कराता था। जयन मुंबई का रहने वाला है और उसके तार भारत के अलावा साउथ अफ्रीका के एक सट्टेबाज हनीफ से भी जुड़े हैं. तीसरा आरोपी रमेश है. वो ग्रीनपार्क स्टेडियम का इम्प्लॉई है. रमेश ही वो शख्स है जो ग्राउंड और पिच के फोटोज जयन को भेजता था. रमेश ने पूछताछ में बताया कि एक फोटो के लिए उसे 5 हजार रुपए मिलते थे. इसके लिए उसे 40 हजार रुपए मिले थे. पिच के 7 फोटो उसने जयन को भेजे थे. इसके लिए उसे अलग से 35 हजार रुपए मिले थे. जयन 10 साल से ग्रीन पार्क में काम कर रहा है.
1 साल से इम्प्लॉईज से के आगे पीछे घूम रहा था सट्टेबाज
13 मई को ग्रीन पार्क गुजरात लायंस और सनराइजर्स हैदराबद का मैच है . ये मैच दोनों टिमों के अहम है. आरोपी जयन एक साल से ग्रीन पार्क से के चक्कर लगा रहा था वो वहा कुछ इम्प्लॉईज को अपने साथ जोड़ना चाहता था. रमेश उसके जाल में फंस गया.
सट्टेबाजों को प्लेयर्स के होटल में रूम मिले कैसे?
एसएसपी के मुताबिक, “जयन और विकास 8 मई को कानपुर पहुंचे थे। इसी दिन उसे आसानी से लैंडमार्क होटल में रूम भी मिल गया.” बता दें कि जिस होटल में प्लेयर्स को रुकना होता है, वहां मैच से एक हफ्ते पहले ही बुकिंग बंद कर दी जाती है. अब, पुलिस ये पता लगा रही है कि जयन और विकास को नियमों के खिलाफ उस होटल में रूम मिला कैसे? इस बारे में यूपीसीए, आईपीएल और बीसीसीआई के अफसरों से पूछताछ की जाएगी.