जालंधर : पंजाब में चुनावी पारा चढ़ चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जालंधर में बीजेपी की चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. उसी दौरा एक परिवार अपने मुखी के अंतिम संस्कार के लिए 6 घंटे तक इंतजार करना पड़ा. पीएम को पीएपी ग्राउंड में दोपहर को रैली करनी थी, इसलिए सुरक्षा बलों ने बीएसएफ चौक के निकट अमरबाग श्मशानघाट को सुबह ही सील कर दिया. मोदी के जाने के बाद ही गुरुनानकपुरा के दसौंदी राम का शाम पांच संस्कार हो पाया।
घर से कुछ ही दूरी में था श्मशानघाट ..
जानकारी के अनुसार गुरुनानक पुरा ईस्ट की गली नंबर तीन, मकान नंबर-320 के रहने वाले दसौंदी राम (रिटायर्ड सिक्योरिटी आफिसर लायलपुर खालसा कालेज) की मौत सुबह साढ़े सात बजे हो गई थी. सुबह दस बजे सारे रिश्तेदार और जानकार पहुंच गए, पर घर से कुछ ही दूरी पर स्थित श्मशानघाट को सील कर दिया गया. परिवार से कहा गया कि उन्हें पीएम के जाने तक इंतजार करना पड़ेगा. मृतक के बेटे शामसुंदर सैणी, जोकि डीएवी कॅालेज में लैब सहायक हैं, ने बताया कि पीएम के जाने के बाद शाम लगभग पांच बजे ही उनके पिता जी का अंतिम संस्कार किया जा सका.
बेटे ने पीएम से कहा ..भगवान के लिए दूसरो के साथ मत करना
शामसुंदर ने इस बारे में पीएम से निवेदन किया है कि भविष्य में वे अपने कार्यक्रमों के लिए हिदायतें जारी करें कि किसी की डेथ होने की स्थिति में उन्हें इस तरह से रोका जाए. देश में कहीं भी ऐसा होता है तो प्रधानमंत्री को खुद ही जांच के आदेश देने चाहिए. दरअसल, ये पहली बार नहीं है. इससे पहले चंडीगढ़ में भी प्रधानमंत्री मोदी की रैली के चलते श्मशानघाट बंद कर दिया गया था. बाद में मोदी ने खुद ही इसकी जांच करने के लिए कहा था. हालांकि, आज तक उस जांच में किसी भी अफसर को दोषी नहीं ठहराया गया है.