नई दिल्लीः 3.66 करोड़ रुपये की एक भजन। यह शाहखर्ची है उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार की। गायक कैलाश खेर के मुखारबिंदु से केदारनाथ में एक भजन सुनने के लिए रावत इतने लालायित हो गए कि पूरे 3.66 करोड़ की डील कर डाली। आरटीआई से यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अब विपक्ष रावत सरकार की इस शाहखर्ची पर घेराबंदी करने में जुट गया है। खास बात है कि रावत ने यह पैसा आपदा मद से खर्च किया।
कैलाश की कंपनी को यूं हुआ भुगतान
आरटीआई से खुलासा हुआ है कि गायक कैलाश खेर की कंपनी को केदारनाथ में सीरियल और टेलर के लिए पहली किश्त में 3 करोड़ 66 लाख 300 रुपये जारी किए हैं। सरकार का बहाना है कि इससे केदारनाथ में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मगर 3.66 करोड़ रुपये सिर्फ एक भजन, सीरियल के नाम पर खर्च कर देना हर किसी के समझ से परे है। यह पैसा बीते दिनों केदारनाथ भजनसंध्या के आयोजन के बदले में कैलाश खेर की कंपनी को उत्तराखंड सरकार ने किया है।
खेर बोले, हमारा काम उतना मीठा, जितना सरकार ने गुड़ डाला
जब केदारनाथ में भजनसंध्या हुई थी, तब गायक कैलाश खेर की बातों से लगा था कि उन्होंने आयोजन के बदले में सरकार से मोटा माल झटका है। खेर ने कहा था कि हमारा काम उतना ही मीठा हुआ है, जितना सरकार ने गुड़ डाला है। यह भारी भरकम भुगतान रुद्रपुर जिले के आपदा मद से हुआ है।
हालत खस्ता होने पर महंगे आयोजन क्यों करने में जुटी है सरकार
उत्तराखंड सरकार हमेशा बजट कम होने का रोना रोती है। केंद्र से बजट की लगातार मांग की जा रही है। और यहां के मुख्यमंत्री तीन-तीन करोड़ रुपये भजन संध्या पर बहा रहे हैं। इससे पहले कभी टिहरी फेस्टविल किया जा रहा तो कभी महाबली का शो। हर आयोजन पर सरकारी पैसा पानी की तरह बहाए जाने पर नेता प्रतिपक्ष अजयभट्ट ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
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