नई दिल्लीः खनन में करोड़ों का वारा-न्यारा करने के आरोप में बर्खास्तगी के बाद भी मुलायम के चरणस्पर्श से दोबारा मंत्री बने गायत्री प्रसाद फिर विवादों में फंसे हैं। बेटा पहले ही छात्रा से छेड़खानी में फंस चुका है, इस बार एक सोशल वर्कर ने गायत्री पर दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। कहा कि जब गायत्री खनन मंत्री रहे तो उन्होंने खदान दिलाने के नाम पर बुलाया था और दुष्कर्म किया। यह वही गायत्री प्रसाद हैं, जिनको निकालने के चक्कर में अखिलेश की पापा मुलायम, चाचा शिवपाल और दूसरी मां साधना गुप्ता से ठन गई।
ब्लू फिल्म से ब्लैकमेल कर तीन साल दुष्कर्म किया
सामाजिक कार्यकर्ता का आरोप है कि मंत्री के पीआरओ अशोक तिवारी ने खदान दिलाने के सिलसिले में मंत्री से उसकी मुलाकात कराई। एक दिन मंत्री ने उसे खदान अलाटमेंट के संबंध में बुलाया। वह पहुंची तो चाय पीने को कहा। चाय में नशीला पदार्थ मिलने के कारण होश खो बैठी तो मंत्री ने दुष्कर्म किया। इस दौरान मंत्री ने अपने मोबाइल से उसकी अश्लील तस्वीरें कैद कर वीडियो बना लिया। वीडियो दिखाकर कहा कि उनकी बात न मानने पर वह बदनाम कर देंगे। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का सिलसिला चल निकला। हर बार लखनऊ और बाहर के होटल में आने के लिए मंत्री के पीआरओ अशोक , पिंटू सिंह, विकास वर्मा,चद्रंपाल और आशीष शुक्ला उस पर दबाव बनाते थे। पूरे तीन साल तक उसकी इज्जत के साथ मंत्री खेल ते रहे।
बेटी पर नजर गड़ाई तो टूट गया मेरा धैर्य
पीड़िता चित्रकूट की पूर्व सभासद है। पीड़िता ने मंत्री पर आरोप लगाया कि तीन साल से फोटो वायरल की धमकी देकर मंत्री मनमानी करते रहे। इस बीच उनकी नजर 16 साल की बेटी पर पड़ी तो उसके साथ भी छेड़छाड़ शुरू कर दी। विरोध करने पर उसकी पिटाई की। इस पर अन्याय सहने का धैर्य जवाब दे गया और उसने आखिरकार पुलिस में भी शिकायत की।
मंत्री के रसूख के आगे डीजीपी ने कर दी फरियाद अनसुनी
पीड़ित सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि उसने तीन साल पहले अपने साथ हुए जुल्म की दास्तां यूपी के डीजीपी को सुनाई। प्रार्थनापत्र दिया। मगर गायत्री के सपा सरकार में रसूखदार मंत्री बनने के कारण डीजीपी कार्यालय ने उसका प्रार्थनापत्र कूड़े में फेंक दिया।
करीबी कह रहे गायत्री को फंसाया जा रहा
दुष्कर्म के इस कथित मामले में गायत्री प्रसाद प्रजापति का बयान नहीं मिल सका। मगर उनके करीबियों का कहना है कि यह गायत्री के खिलाफ साजिश है। जिस तरह से वे विरोध के बावजूद मुलायम सिंह के भरोसे से दोबारा मंत्री बने हैं, उससे विरोधी साजिश में फंसाकर छवि धूमिल करना चाहते हैं।