नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सासंद अमर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मैं इसलिए नहीं लखनऊ आया कि कोई गतिरोध हो. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूंं कि मुलामम और अखिलेश में सुलह हो जाए. मैं चाहता हूं पिता-पुत्र में सहमति बने. मुलायम सिंह यादव अकेले और बेहैसियत हैं. जिस विचारधारा में समाजवाद है उस धारा में मैं हूं.
अखिलेश बताएं कौन सा व्यापर किया : अमर
अमर सिंह ने कहा कि सीएम अखिलेश बताएं मैंने कौन सा व्यापार किया है. वे चाहें तो मेरी जाँच करा सकते है. उन्होंने कहा कि मैं अखिलेश की राह में रोड़ा नहीं हूं. सत्ता से मैंने कोई फायदा नहीं उठाया. एक बड़े नेता मुझे BJP का एजेंट बता रहे हैं. उन्होंने बिना नाम लिए नरेश अग्रवाल को बताया कि वह कई पार्टियां बदल चुके हैं. अमर सिंह ने यह भी नजीर पेश करते हुए कहा कि यूपी में राजनाथ सिंह कि सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. आज राम गोपाल के साथ मिलकर वह अखिलेश की दिशा तय कर रहे हैं.
जिसने पाला वही दुश्मन बन गया सीएम का
सपा नेता अमर सिंह ने यह भी कहा कि शिवपाल ने चार साल कि उम्र से अखिलेश को पाला है. इसलिए अखिलेश के धर्म पिता शिवपाल है, जबकि जैविक पिता मुलायम हैं. यही नहीं अखिलेश के अभिभावक के रूप में मैं रहा हूँ. उनकी पढ़ाई- लिखाई और उनके जीवन के कई अहम फैसले वह लेते रहे हैं. बावजूद इसके आज शिवपाल ही अखिलेश के सबसे बड़े दुश्मन हो गए हैं. अब शिवपाल यादव के दागियों ने अखिलेश यादव को समर्थन दे दिया है.