नई दिल्ली : यूपी में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगे. बस इंतजार राहुल गाँधी के विदेश से आने का है. यही नहीं सूबे में कांग्रेस का चेहरा बनाकर दिल्ली से उत्तर प्रदेश भेजी गयी शीला दीक्षित ने भी इस बात के संकेत दे दिए हैं. जिसके चलते यह बात तय हो गयी है कि कांग्रेस को 100 सीटें अखिलेश गठबंधन कर चुनाव साथ मिलकर लड़ने के लिए दे सकते हैं.
सपा से भाग रहे मुस्लिम वोटर को रोकने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक अखिलेश ने यह फैसला अपना मुस्लिम वोटर भागते हुए देखकर निर्णय लिया है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे से वापस आने का इंतजार है. इसके बाद ही गठबंधन का औपचारिक एलान किया जाएगा. बता दें कि विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 235 उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं, बाकी उम्मीदवारों के नाम का एलान कांग्रेस से गठबंधन के बाद किया जा सकता है.
राष्ट्रीय नेतृत्व लेगा फैसला : नावेद सिद्दिकी
गठबंधन पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता नावेद सिद्दिकी का कहना है कि गठबंधन होगा या नहीं इसका फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व लेगा. उन्होंने कहा है कि जब जंग के मैदान में आपकी सेना बहुत मजबूत हो तो दूसरे राज्यों से सेना नहीं ली जाती. हमें अपने टीपू सुल्तान पर फक्र है, लेकिन फिर भी राष्ट्रीय नेतृत्व फैसला लेता है तो हम इसका स्वागत करेंगे.
सभी सीटों पर लड़ने के मुद में कांग्रेस : अखिलेश प्रताप सिंह
वहीं कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि गठबंधन के बारे में अभी पार्टी को कोई जानकारी नहीं है. पार्टी अपने दम पर 403 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि हम अपने दम पर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने में सक्ष्म हैं. फैसला हाईकमान करेगा.