इस कविता संग्रह में कवि ने अधिकांश कविताओं में मौलिक भाव का समावेश किया है। राष्ट्रकवि दिनकर जी आधुनिक काल के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। इस कविता संग्रह में कवि ने अधिकांश कविताओं में मौलिक भाव का समावेश किया है। काव्य संग्रह में प्रेम, चुम्बन, कविता और प्रेम, सौन्दर्य, वातायन, नर-नारी, शिशु और शौशव, विवाह, प्रफुल्लता, यौवन, विनोबा, दिनकर, मार्क्स और फ्रायड, गाँधी इत्यादि काव्य प्रस्तुत किये हैं।
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