ऩई दिल्लीः दिल्ली का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया यानी जीबी रोड। यहां सरेआम लड़कियों की नुमाइश । हर रात-दिन लगतीं बोलियां और बिकती लड़कियां। अफसोस हुआ कि दिल्ली के विश्वविद्यालयों के सैकड़ों छात्र भी इऩ बदनाम गलियों की खाक छानते मिले। यह शर्मनाक है कि हमारी युवा पीढ़ी राह से भटक रही है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जब जीबी रोड का हाल देखने पहुंचीं तो इस सच से सामना हुआ। स्वाति ने जो कुछ देखा, उन्होंने कुछ यूं बयां किया।
महिलाओं पर टूटने को तैयार रहते हैं नशे में डूबे शोहदे
स्वाति मालीवाल ने कहा कि जीबी रोड पर सेक्स रैकेट को लेकर तमाम शिकायतें मिल रहीं थीं। पूरा खेल समझने के लिए हम आफाक के कोठों पर गए। वहां देह धंधा जोर से चल रहा था। धंधे के संरक्षणदाता बेखौफ दिखे। ऐसा लगा कि इऩ पर दिल्ली पुलिस और सरकार का कोई खौफ नहीं है। इतने वर्षों से चल रहा यह गैर कानूनी धंधा मानो उनकी नजर में वैध हो। जब पुलिस कभी एक्शन भी लेती है तो कुछ लोग मानवाधिकार...मानवाधिकार की दुहाई देकर कोर्ट से स्टे लेकर चले आते हैं। स्वाति ने कहा कि जीबी रोड के आसपास भारी संख्या में नशे में टुल्ल शोहदे दिखे, जो महिलाओ पर टूट पड़ने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
तहखानों में छिपाते हैं लड़कियां
स्वाति मालीवाल ने कहा कि जीबी रोड स्थित कोठों पर बहुत से तहखाने हैं। इतने संकरे की वहां कोई सांस नहीं ले सकता। यहां वेश्यावृत्ति के लिए लाई गई लड़कियों को छुपाकर रखा जाता है। स्वाति ने कहा कि स्थानीय एसएचओ के साथ दौरा करने के बाद पूरी समस्या समझ में आई। एक्शऩ न लिए जाने के सवाल पर स्वाति ने कहा कि
कोर्ट, समाज और पुलिस तीनों को मिलकर काम करेंगे, तभी इस समस्या का समाधान हो सकता है।