नई दिल्लीः सपा सरकार के मंत्री आजम खान जब फैजाबाद में सभा करने पहुंचे तो आसपास के मस्लिम घरों पर नीला झंडा फहराता देख परेशान हो गए। माथे पर पसीना आ गया। फिर मूड उखड़ा तो गुस्से में आ गए। बोल उठे। शर्म करो हाथी का झंडा फहरा रहे हो। तुम लोग भाजपा को वोट दे देना, मगर भूलकर भी हाथी का बटन मत दबाना। भाजपा मुसलमानों को लेकर कुछ बेहतर सोच सकती है मगर बसपा तो बिल्कुल नहीं। भाजपा को वोट देने की बात सुनकर सभा में मौजूद सपा नेता भौचक रह गए।
आजम मंच से उतर भगा तो प्रत्याशी ने जोड़ा हाथ
सभा के आसपास स्थित घरों पर बसपा का झंडा लहराता देख आजम खान का मूड उखड़ गया। इसके बाद बसपा की जगह भाजपा को वोट दे देने की बात करने के बाद वे मंच छोड़कर जाने लगे। इससे सभा में सन्नाटा छा गया। प्रत्याशी के होश उड़ गए। बाद में प्रत्याशी ने आजम खान के सामने हाथ जोड़ लिया, तब आजम फिर मंच पर पहुंचे और सभा पूरी की।
काशीराम की बात क्या भूल गए
बसपा की जगह भाजपा को वोट देने की अपील की पीछे आजम खान ने अपना तर्क पेश किया। सभा में मौजूद अल्पसंख्यकों से कहा कि क्या तुम लोग बसपा संस्थापक कांशीराम की बात भूल गए। काशीराम ने कभी बाबरी मस्जिद की जगह शौचालय बनाने की बात कही थी, इस नाते नीला झंडा उठाने से पहले शर्म करो। आजम खान ने कहाकि फैजाबाद प्रत्याशी तेज नारायण पांडेय से लोगों की नाराजगी हो सकती है। यह नाराजगी कल दूर भी हो सकती है लेकिन कल जो खो दोगे उसकी भरपाई नहीं हो पाएगी। उन्होंने मुसलमानों को बाबरी मस्जिद की याद दिलाई। कहा कि मस्जिद को बचाने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया। नेता जी और मैने 40 वर्ष से अधिक का समय दिया है, यही दिन देखने के लिए? उन्होंने कहा कि बसपा जीतेगी तो उनकी उम्मीदों पर बुलडोजर चलेगा।