नई दिल्ली- बिहार के महागठबंधन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह से दिल्ली से पटना लौटे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक से एक्शन मोड में आ गए हैं। पटना पहुंचने पर नीतीश ने अपने पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाने का ऐलान किया। जबकि यह बैठक 28 जुलाई को होने वाली थी, जिस दिन बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने वाला था।
तेजस्वी यादव पर हो सकता है फैसला
आनन-फानन में नीतीश ने यह बैठक दो दिन पहले ही यानी कि आज शाम 5:00 बजे अपने आवास पर आहूत की है. माना जा रहा है कि इस बैठक में नीतीश उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर कोई फैसला कर सकते हैं। गौरतलब है कि 11 जुलाई को भी नीतीश के सरकारी आवास 1, अण्णे मार्ग पर जेडीयू के विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें इस बात को लेकर मांग उठी थी कि तेजस्वी यादव जिनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहे हैं, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
हो सकते हैं मंत्रिमंडल से बर्खास्त
माना जा रहा है कि पिछले 15 दिनों में तेजस्वी की तरफ से संतुष्ट पूर्ण जवाब न मिलने से नीतीश यादव तेजस्वी के ऊपर कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं। इस बैठक में इस बात को लेकर मांग उठने की संभावना है कि तेजस्वी पर नीतीश कुमार कोई ठोस निर्णय लें और उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें। संभावना जताई जा रही है कि नीतीश कुमार अगले 2 दिनों में तेजस्वी पर कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।