रांची : पीएम नरेंद्र मोदी के नोट बंदी के घोषणा की, जिसके बाद झारखंड़ लगभग कैश लेस इकॅानमी हो गया और उन्हीं पुराने दिनों में चला गया जहां किसी वस्तु के बदले कोई वस्तु मिलती थी.
वस्तु - विनियम प्रणाली में चला गया राज्य
पीएम मोदी के फैसले की सराहना करते हुए कई गांव के लोगों ने घरों में सामान जमा कर लिया है और जब तक स्थिति सही नहीं होगी तब तक के लिए लोग इसी तरह से एक दूसरे की मदद करते रहेंगे. राज्य के सराईकेला स्थित छोटा कांकडा गांव के निवासी संजीत ने बताया कि गांव में दुकान दार उधार खरीददारी की अनुमति दे रहे हैं. क्योंकि वो नकदी की समस्या को जानते हैं. और यह भी समझते हैं कि उनका धन सुरक्षित है . माठाडींह के चीकू मुखी ने बताया कि बाजार जा कर अपनी सब्जियों को बेचने की जगह हमने फैसला किया है कि हम इसे अपने दुकानदार को देंगें और उससे तेल , मसाला लेंगे. यह बात सिर्फ झारखंड तक ही सीमित नहीं है बल्कि ओडिशा में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है.