नई दिल्ली: राज्य के सीमांत ज़िले में पिथौरागढ़ से नेपाल यात्रा सरल बनाने के लिए तीन मोटर पुल बनाए जाएंगे। पुलों की योजना के लिए दोनों देशों ने सहमति भी मिल गई है। अब भारत-नेपाल की संयुक्त टीम इसके लिए सर्वे करेंगी। दरअसल मैदानी क्षेत्रों में तो भारत और नेपाल के मध्य सड़क संपर्क है। पर्वतीय जिलो में मात्र बनबसा से ही भारत और नेपाल के मध्य सड़क संपर्क है। काली और शारदा नदी सीमा को विभाजित करती है। यहां अभी तक महज झूलापुल हैं, जिस पर वाहन नहीं आते-जाते।
जल्द बनेगा मोटर पुल
भारत-नेपाल के लोग लंबे वक्त से काली नदी पर मोटर पुलों की मांग कर रहे हैं। बीते दिनों नेपाल प्रधानमंत्री के भारत दौरे पर इस मामले को भारत सरकार के समक्ष रखा गया था। इसके तहत रुपालीगाड़ में पुल बनने से नेपाल का डडेलधुरा, झूलाघाट में पुल बनने पर नेपाल का बैतड़ी और धारचूला में पुल निर्माण से नेपाल का दार्चुला जिला भारत से मोटर यातायात से जुड़ेगा। पुलों के निर्माण के लिए दोनों देशों की सहमति के बाद अब एक समिति बनेगी। यह समिति पुलों के निर्माण के स्थलों, पुल निर्माण की लागत, पुल बनने से होने वाले लाभ पर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट देगी। आपको बता दें कि भारत-नेपाल के लोग हर दिन एक दूसरे की सीमाओं में आकर व्यापार करते हैं।