नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद बैंक से पैसा न मिलने पर आत्महत्या के मामलों को यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भुनाने का फैसला किया है। मौत पर मुआवजे का मरहम लगाकर अखिलेश मोदी सरकार को एक्सपोज करने की तैयारी में हैं। इसकी शुरुआत उन्होंने अलीगढ़ से कर दी है। यहां रजिया नामक महिला के आत्महत्या के मामले में पांच लाख रुपये देने का एलान हुआ है। कहा गया है कि नोटबंदी से परेशान होकर अन्य परिवारों को भी दो-दो लाख रुपये मिलेंगे। पहले जिला प्रशासन से रिपोर्ट मंगाई जाएगी।
मोदी सरकार को असंवेदनशील ठहराने की कोशिश
यूपी पहला सूबा है, जहां नोटबंदी से परेशान होकर कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले लोगों के परिवार को मुआजवा देने की पहल हुई है। कहा जा रहा है कि अखिलेश सरकार पीड़ित परिवारों के दुख पर मुआवजे का मरहम लगाकर मोदी सरकार की नोटबंदी के फैसले का काउंटर करने चाहती है। इस कदम से केंद्र सरकार को असंवेदनशील ठहराने की कोशिश है।
चुनावी मौसम में एक्सपोज करने की तैयारी
दरअसल अगले साल चुनाव होने हैं। छह महीने से भी कम का वक्त है। ऐसे में मोदी सरकार की ओर से नोटबंदी से कैश की किल्लत है। जिससे जनता परेशान है। इस परेशान को भुनाने के लिए सपा सरकार एक्शन मोड में आ गई है। वजह कि सपा भी समझती है कि 2017 के इलेक्शन में उसे बसपा की तुलना में भाजपा से कहीं ज्यादा चुनौती मिलने की उम्मीद है।