नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद हवाला कारोबा के जरिये बड़ी रकम को देश से बाहर भेजे जाने की खबरें लगातार ईडी और सीबीआई को मिल रही थी।इंडिया संवाद ने 8 दिसंबर को अपनी खबर में सूत्रों के हवाले से इस बात का खुलासा किया था कि कस्टम विभाग को इस मामले में सतर्क किया गया है। हवाला के मामले में पहली सफलता दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्राँच को मिली है। उसने गेट्रर कैलाश पार्ट-1 स्थित एक प्रतिष्ठित लॉ फर्म पर छापा मारकर 10 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद की है। इस लॉ फर्म के आश्रम और गुड़गांव सहित कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। दूसरी घटना में कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक हवाला कारोबारी के यहां इनकम टैक्स विभाग ने छापे मारकर 5 करोड़ 70 लाख के नए 2000 नोट बरामद किये। उसके यहां से 28 किलो सोने के बिस्किट, सोने के 4 किलो गहने और 100 तथा 20 के नोटों में 90 लाख रुपये भी बरामद किए गए। ये सारा पैसा बाथरूम में छिपाया गया था।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक उन्हें गेट्रर कैलाश के आर 89 के प्रथम तल पर स्थित लॉ फर्म टी एंड टी के दफ्तर में करोड़ों रुपये कालाधन छुपाने की जानकारी मिली थी, जिन्हें हवाला के जरिये कहीं और भेजा जाना था। क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची तो यह देखकर हैरान रह गई कि नोटों को रखने के लिए प्रथम तल स्थित लॉ दफ्तर के भीतर ही एक गोदाम बना दिया गया था। इस फर्म के गोदाम में 100, 500 और 2000 के नए और पुराने नोट आलमारियों के साथ ही ट्राली बैगों में रखे मिले। लगभग 10 करोड़ में ढाई करोड़ से अधिक रुपये के नए नोट थे। सूत्रों के मुताबिक इस फर्म के देश के अन्य राज्यों के साथ ही विदेश में भी दफ्तर है।
नोटबंदी के बाद हवाल कारोबार को रोकने के लिए देश के सभी बड़े हवाई अडडों पर हाई अलर्ट जारी किया गया था। कस्टम विभाग के सूत्रों का कहना है कि करेंसी जांच करने वाली कुछ एक्सट्रा मशीनों को भी इन जगहों पर भेज गया है। नोटबंदी के बाद कस्टम विभाग को बताया गया था कि बड़ी संख्या में हवाला के जरिये पैसों को बाहर भेजा जा सकता है। डीआरआई समेत कई जाँच एजेंसियों को संदेह था कि भारत से हवाला के जरिये पैसे बाहर भेजना और और फिर इन्हें स्मगल कर इंडिया लाया जा सकता है। प्रवर्तन निदेशालय ने हवाला लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में देश के 50 बैंकों में छापेमारी की। नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार की ये बड़ी कार्रवाई है। आरोप है कि नोटबंदी के बाद 500 और 1000 रुपए के नोट को हवाला कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए बैंकों तक पहुंचाए गए।
नोटबंदी के 20 दिनों में मुम्बई के सिस्टम विभाग ने 9 नवंबर से 29 नवंबर तक 30 करोड़ से अधिक का माल जब्त किया। इसमें बड़ी मात्रा में सोना और करेंसी थी। सूत्र यह भी बताते हैं कि भारत से बड़ी मात्रा में गोल्ड विदेशों को भेजने के मामले भी पकडे गए हैं। उनका कहना है कि कस्टम जाँच के दौरान ड्रग्स और मेटल तो आसानी से पकड़ में आ जाते हैं लेकिन हवाला के पैसे को पकड़ना बेहद मुश्किल है क्योंकि मशीने उन्हें आसानी से डिटेक्ट नही कर पाती हैं।