नई दिल्ली : नोटबन्दी के बाद इनकम टैक्स विभाग की जाँच लगातार जारी है और वह ये जानने की कोशिश कर रहा है कि नोटबंदी के बाद कितने लोगों ने कालाधन बैंकों में जमा किया। जानकारी के अनुसार अभी तक इनकम टैक्स ने ऐसे 18 लाख लोगों की पहचान की है जिनके खाते में नोटबंदी के बाद जमा नकदी उनके पिछले साल के आय कर रिटर्न से मेल नहीं खाती है।
बिज़नस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट की माने तो इनमें से केवल 7 लाख जमाकर्ताओं ने ही अपने पैसे का स्रोत विभाग के साथ साझा किया है। हालाँकि इनकम टैक्स विभाग का यह भी कहना है कि 11 लाख लोगों तक पहुंचना इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि विभाग पहले ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है।
इनकम टैक्स विभाग के पास केवल 8,000 आकलन अधिकारी हैं जो 11 लाख लोगों के रिकॉर्ड खंगालने के लिए काफी नहीं हैं। ऐसे में हर अधिकारी को 1,375 मामलों की जांच करनी पड़ेगी।
एक अधिकारी ने कहा कि दूसरी चुनौती इन जमाकर्ताओं तक पहुंचने की है क्योंकि इनमें से 30 फीसदी ईमेल या एसएमएस की पहुंच से बाहर हैं। विभाग अब ऐसे जमाकर्ताओं को पत्र भेजेगा जिन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।