नई दिल्लीः आठ नवंबर को नोटबंदी लागू होने के बाद यूं तो कई मंचों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना पक्ष रख चुके हैं, मगर वे पहली बार रविवार को अपने पसंदीदा कार्यक्रम मन की बात में रूबरू होंगे। दिन में 11 बजे रेडियो और दूरदर्शन पर एक साथ यह कार्यक्रम प्रसारित होगा। मन की बात की यह 26 वीं प्रस्तुति होगी।
कहा जा रहा है कि जिस तरह पिछले दो मौकों पर वे इमोशनल होकर आंसू बहाए, क्या मन की बात में भी भावुक होंगे।
विपक्ष लगातार साध रहा है निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालाधन पर अंकुश लगाने का हवाला देकर बीते आठ जून को पांच सौ और एक हजार रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया था। इसके बाद बैंकों में नोट बदलने की सुविधा शुरू हुई। पर्याप्त कैश का इंतजाम न होने से बैंकों और एटीएम के सामने तब से लगातार लाइन लगी हुई है। जनता की परेशानी को विपक्ष भुनाने में लग गया।हंगामा मचने पर मोदी को खुद कई बार सफाई देनी पड़ी कि उन्होंने नोटबंदी जैसा कड़ा कदम क्यों उठाया।