नई दिल्ली : सरकार के नोटबंदी के फैसले ने आज़ाद्पुर मंडी की कमर तोड़ कर रख दी है। ख़बरों की माने तो बीते नौ दिनों में आज़ादपुर मंडी में सवा सौ करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। मंडी में हर रोज औसतन पचास करोड़ रुपये का कारोबार होता है। कारोबारियों की माने तो नोटबंदी के फैसले के बाद मंडी की बिक्री प्रतिदिन 25 से 30 प्रतिशत गिर गई है। नोटबंदी के कारण किसान जहां मंडी में अपने उत्पादों को लेकर नहीं आ रहे हैं, वहीं छोटी मंडियों के खुदरा दुकानदार भी नहीं पहुंच रहे हैं।
नोटबंदी के बाद से खारी बावली को करीब 500 करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है। नकदी की कमी से इस थोक बाजार का कारोबार 60 से 70 फीसद तक प्रभावित हुआ है। खारी बावली में मुख्य रूप से ड्राई फूट्र, पूजा सामान व मसालों की बिक्री होती है। यहां से माल पूरे देश में जाता है।
खारी बावली के कारोबारियों के मुताबिक नोटबंदी के बाद से दूसरे राज्यों से आर्डर आने पूरी तरह से बंद हो गए हैं। स्थानीय बाजार से भी मांग नहीं निकल रही है। खारी बावली में रोजाना करीब एक हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है। नोटबंदी के कारण राजधानी के लगभग सभी इलाके का कारोबार प्रभावित हो रहा है। जिससे व्यापार ी वर्ग काफी परेशान है।