नई दिल्ली : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाक पीएम नवाज शरीफ की मुलाकात करवाने को लेकर चर्चा में आये भारतीय स्टील कारोबारी सज्जन जिंदल ने बुधवार को नवाज शरीफ से मुलाकात की। बीबीसी के अनुसार इस मुलाकात की खबर पाकिस्तानी मीडिया के जरिये बाहर आयी। इस मुलाकात की खबर आने के बाद नवाज़ शरीफ़ के बेटी मरियम नवाज़ को ट्विटर पर आकर सफ़ाई देनी पड़ी।
मरियम ने ट्विटर पर लिखा, ''मिस्टर जिंदल प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के पुराने दोस्त हैं. इस मुलाक़ात में कुछ भी गोपनीय नहीं था, इसलिए इसे किसी ख़ास संदर्भ में नहीं देखा जाना चाहिए।' पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि सजज्न जिंदल के वीजा के मुताबिक वो केवल इस्लामाबाद और लाहौर जा सकते थे लेकिन वो फिर भी मुर्रे गए जो वीजा के नियमों का उल्लंघन है।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने पाकिस्तानी अखबार डॉन से जिंदल के इस दौरे को पर्दे के पीछे की डिप्लोमैसी करार देते हुए कहा कि 'कई अच्छे नतीजे पर्दे के पीछे की मुलाक़ातों से सामने आते हैं'।
इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ़ ने इस मामले में पंजाब असेंबली में एक प्रस्ताव पेश कर मुलाकात में हुई बात को सार्वजनिक करने की मांग की है। मरियम के ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी कि कहीं जिंदल पीएम मोदी का गोपनीय संदेश लेकर आए थे कि कुलभूषण जाधव को रिहा करो या नतीजे भुगतो।'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के बीच पिछले साल नवंबर में हुई सार्क समिट के दौरान एक घंटे तक सीक्रेट मीटिंग हुई थी। जिसको लेकर यह खुलासा हुआ था कि इस मुलाकात के पीछे कारोबारी सज्जन जिंदल की भूमिक थी। इस बात का खुलासा एक अंग्रेजी अखबार ने जर्नलिस्ट बरखा दत्त की आने वाली किताब के हवाले से किया भी है।